गोपालगंज हत्याकांड पर सियासत, तेजस्वी ने राज्यपाल से मुलाकात कर CBI जांच की मांग की

गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड को लेकर राजनीतिक गतिरोध बढ़ता दिख रहा है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अब इस हत्याकांड की जांच CBI के कराने की मांग की है.

By Rajat Kumar | May 28, 2020 12:52 PM

पटना : गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड को लेकर राजनीतिक गतिरोध बढ़ता दिख रहा है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अब इस हत्याकांड की जांच CBI के कराने की मांग की है. बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर गोपालगंज में तिहरे हत्याकांड की घटना की जांच सीबीआई से कराने के मांग की. इसके पहले तेजस्वी ने कहा था कि, गुरुवार शाम तक हत्याकांड के आरोपित गिरफ्तार नहीं हुए तो वह अपनी पार्टी के सारे विधायकों के साथ गोपालगंज जाएंगे.

बता दें कि गोपालगंज हत्याकांड जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन बुधवार को कर दिया है. सारण रेंज के डीआइजी को इसकी कमान सौंपी गयी है. पुलिस इस मामले में जदयू के विधायक अमरेंद्र पांडेय की संलिप्तता की जांच कर रही है. बुधवार की शाम एडीजी, मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हत्याकांड में स्थानीय विधायक अमरेंद्र उर्फ पप्पू पांडेय की संलिप्तता की जांच चल रही है. इस मामले में उन पर साजिश करने का आरोप लगा है. प्राथमिकी में इसका जिक्र किया गया है. विधायक के खिलाफ किसी तरह का साक्ष्य मौजूद है, तो उसे जुटाने का काम चल रहा है.

गौरतलब है कि हथुआ थाने के रूपनचक गांव में जेपी यादव के परिवार पर हुए हमले के मामले में नामजद दो अभियुक्तों सतीश पांडेय और मुकेश पांडेय को 25 मई को ही गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य अभियुक्त बटेश्वर पांडेय फरार चल रहा है. पुलिस के अनुसार उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है. प्रतिशोध में मुन्ना तिवारी हत्या, चार नामजदएडीजी ने बताया कि इस घटना के प्रतिशोध में ही हथुआ थाना क्षेत्र के ही रेपुरा गांव में मुन्ना तिवारी की हत्या की गयी है. इसमें मुन्ना यादव, परमेंद्र यादव, जेपी यादव समेत चार लोग नामजद अभियुक्त बनाये गये हैं, जो पास के ही हरकौली गांव के रहने वाले हैं.

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