Teachers Training: साल में दो बार होगी सरकारी स्कूल के शिक्षकों की ट्रेनिंग, शामिल न होने पर होगी कार्रवाई
Teachers Training: राज्य के शिक्षकों को साल में दो बार अनिवार्य प्रशिक्षण मिलेगा. यह योजना शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, शिक्षकों की दक्षता बढ़ाने और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने की दिशा में अहम कदम है. शिक्षा विभाग ने यह भी कहा है कि ट्रेनिंग में शामिल नहीं होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी. पढे़ं पूरी खबर…
Teachers Training: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत साढ़े छह लाख शिक्षकों को अब हर साल दो बार अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस योजना के अंतर्गत शिक्षकों को सप्ताह भर का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसकी ज़िम्मेदारी राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को सौंपी गई है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने एससीईआरटी को विस्तृत कार्य योजना भेज दी है.
डायट में आयोजित होगी ट्रेनिंग
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में आयोजित होने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों की भागीदारी अनिवार्य होगी. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें नवीनतम शिक्षण तकनीकों और शैक्षिक दृष्टिकोणों से अवगत कराया जाएगा ताकि वे बच्चों को अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ा सकें.
एसीएस सिद्धार्थ ने दिए सख्त निर्देश
प्रशिक्षण के आधार पर ही शिक्षकों के शैक्षणिक कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इस योजना को पूरी सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाया जा सके. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन डायट, बिपार्ड पटना, बिपार्ड गया, एससीईआरटी और अन्य प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से किया जाएगा. यदि कोई शिक्षक इस प्रशिक्षण में भाग नहीं लेता है तो उसके वेतन भुगतान पर रोक लगाई जाएगी और अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी.
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