Sushant Singh Case: मुंबई में जबरन कोरेंटिन किये गये पटना एसपी को BMC ने छोड़ा, आज पटना के लिए होंगे रवाना

Sushant Singh Case अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच करने मुंबई गये पटना एसपी विनय तिवारी को बीएमसी ने कोरेंटिन से मुक्त कर दिया है. विनय तिवारी सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए पिछले महीने मुंबई गए थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2020 8:55 AM

Sushant Singh Case, पटना : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच करने मुंबई गये पटना एसपी विनय तिवारी को बीएमसी ने कोरेंटिन से मुक्त कर दिया है. विनय तिवारी सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए पिछले महीने मुंबई गए थे, जहां उन्हें बीएमसी ने 14 दिनों के लिए कोरेंटिन कर दिया था. एसपी विनय तिवारी आज ही पटना वापस लौट सकते हैं. वहीं इस मामले पर IPS विनय तिवारी बीएमसी ने मुझे एक मैसेज कर के बताया है कि मैं कोरेंटिन से बाहर जा सकता हूं. अब पटना के लिए रवाना हो जाऊंगा.


कल लौटी थी मुंबई गयी पटना पुलिस की टीम लौटी

बता दें कि सुशांत केस की जांच के लिए 27 जुलाई को पटना से मुंबई भेजी गयी चार सदस्यीय एसआइटी गुरुवार की दोपहर 12:30 बजे स्पाइसजेट की फ्लाइट से लौट आयी. हालांकि, पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी अब भी मुंबई में ही कोरेंटिन में हैं. टीम में शामिल इंस्पेक्टर निशांत सिंह, इंस्पेक्टर मनोरंजन सिंह, दुर्गेश और कैसर आलम के पटना पहुंचते ही एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया. ‘जस्टिस फॉर सुशांत’ के प्रभारी विशाल सिंह, अभिषेक सिंह समेत अन्य लोगों ने गुलदस्ता और बुके देकर उनका स्वागत किया. पटना पहुंचने के बाद एसआइटी में शामिल पुलिसकर्मी अब तैनाती वाले थाने का चार्ज लेंगे और काम शुरू करेंगे. एसआइटी ने आइजी को सौंपी केस डायरी व सारे सबूत पटना पहुंचते ही एसआइटी के सदस्य सीधे आइजी संजय सिंह के कार्यालय पहुंचे. वहां पर आइजी को केस डायरी और जांच रिपोर्ट सौंपी.

कोरेंटिन से मुक्त करने की हो रही थी मांग 

गौरतलब है कि गुरुवार को बिहार पुलिस की तरफ से दोबारा बीएमसी को एक लेटर भेजा गया था. नये लेटर के जरिये बीएमसी से आइपीएस विनय तिवारी को कोरेंटिन से मुक्त करने की मांग की गयी थी, जिसकी पुष्टि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने की थी. उन्होंने कहा है कि बीएमसी को बिहार पुलिस की तरफ से यह आखिरी लेटर भेजा गया है. सूत्रों के मुताबिक इस बार एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बीएमसी के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को लेटर लिखा है. एडीजी मुख्यालय ने साफ लिखा है कि मामला अब सीबीआइ के पास जांच के लिए जा चुका है, ऐसे में अविलंब विनय तिवारी को छोड़ा जाना चाहिए. अगर इसके बाद भी बीएमसी अपनी मनमानी पर अडिग रहा, तो फिर लीगल ओपिनियन लेंगे.

Posted By : Rajat Kumar

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