रिलायंस छोड़ प्रशासन में चमके कुंदन कुमार! दो बार जीत चुके हैं पीएम अवॉर्ड, अब इस जिले के बने डीएम

Success Story: रिलायंस में इंजीनियरिंग करियर की शुरुआत करने वाले कुंदन कुमार अब नालंदा के नए जिलाधिकारी बने हैं. पूर्व में बांका, पूर्णिया और पश्चिम चंपारण जैसे जिलों में नवाचारों और उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्यों से पहचान बना चुके कुंदन कुमार को दो बार प्रधानमंत्री पुरस्कार मिल चुका है. अब नालंदा में उनसे लोगों को बड़े बदलाव की उम्मीद है.

By Abhinandan Pandey | June 9, 2025 2:08 PM

Success Story: बिहार के नालंदा जिले को नया डीएम मिल गया है. जिनका नाम है कुंदन कुमार. मूल रूप से मुंगेर के रहने वाले कुंदन कुमार इससे पहले बांका, पश्चिम चंपारण और पूर्णिया जिलों में भी जिलाधिकारी रह चुके हैं. अपने काम के चलते इन्हें दो बार प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.

बांका में नवाचार और खेती के लिए मिली पहचान

बांका में डीएम रहते हुए कुंदन कुमार ने कृषि, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कई नवाचार किए. उन्होंने ‘एग्री अस्मिता’ प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसके तहत ड्रैगन फ्रूट, बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न, चिया, सेब और चाय जैसी फसलों की खेती को बढ़ावा मिला. उन्होंने किसानों को 80:20 अनुपात में पारंपरिक और कमर्शियल खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया.

सरकारी स्कूलों में शिक्षा की नई पहल

साल 2023 के नवंबर में पूर्णिया में पदस्थापन के दौरान उन्होंने ‘लाइव क्लास’ की शुरुआत की ताकि सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिल सके. इतना ही नहीं, अपने ट्रांसफर से एक दिन पहले यानी 31 मई को ‘सुपर 50’ की शुरुआत की, जिसमें आईआईटीयन से लेकर आईएएस अधिकारी तक छात्र-छात्राओं को गाइड करेंगे.

पहले थे आईपीएस, फिर बने आईएएस

कुंदन कुमार ने अपने करियर की शुरुआत एक इंजीनियर के रूप में की थी और रिलायंस कंपनी में पांच साल तक मुंबई में बड़े पद पर काम किया. साल 2009 में आईपीएस बने और 2012 में आईएएस बनने के बाद उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में कदम रखा.

पुरस्कार और सम्मान

सिविल सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें लोक प्रशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया. पश्चिम चंपारण में चनपटिया स्टार्टअप जोन की पहल के लिए उन्हें इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट कैटेगरी में अवॉर्ड मिला. नालंदा में कुंदन कुमार की नियुक्ति से लोग काफी उत्साहित हैं. उन्हें उम्मीद है कि जिले में भी अब शिक्षा, कृषि और रोजगार के क्षेत्र में पॉजिटिव चेंज देखने को मिलेगा.

(सहयोगी सुमेधा श्री की रिपोर्ट)

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