Speed Post : स्पीड पोस्ट महंगा, एक अक्टूबर से दस्तावेज भेजने की नई दरें लागू, जीएसटी भी लिया जाएगा
Speed Post : डाकघर की सुविधा अब और सुरक्षित होगी, लेकिन इसके लिए ग्राहकों को थोड़ा ज्यादा खर्च करना होगा. स्पीड पोस्ट के नए टैरिफ और सेवाओं का असर सीधे आपकी जेब पर पड़ेगा.
Speed Post : डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट और दस्तावेज़ पार्सल की दरों में बदलाव करने का निर्णय लिया है. बढ़ती परिचालन लागत, नई तकनीकों में निवेश और सेवा सुधार की जरूरत को देखते हुए एक अक्टूबर से नई दरें लागू होंगी.
मंत्रालय का कहना है कि बदलाव का उद्देश्य ग्राहकों को तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद सेवा उपलब्ध कराना है. वहीं, यह बदलाव आम जनता के लिए सीधे वित्तीय असर भी लेकर आएगा.
नई दरों का ब्योरा
नई दरों के अनुसार, स्थानीय क्षेत्र में 50 ग्राम तक के दस्तावेज भेजने का शुल्क अब 19 रुपये होगा, जबकि पहले यह 17 रुपये था। 200 किलोमीटर तक और 2000 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए भी 50 ग्राम तक के पार्सल और दस्तावेज की दर 47 रुपये तय की गई है.
इसके अलावा, 51 से 250 ग्राम तक के दस्तावेज़ और पार्सल के लिए शुल्क दूरी के अनुसार 24 से 77 रुपये होगा, जबकि 251 से 500 ग्राम तक के लिए 28 से 93 रुपये तक शुल्क देना होगा. इन दरों के अलावा लागू जीएसटी अलग से लिया जाएगा.
नई वैल्यू एडेड सेवाएं
ग्राहकों को दो नई वैल्यू एडेड सुविधाएं भी दी जाएंगी. पहली है रजिस्ट्रेशन सेवा, जिसके तहत प्रति स्पीड पोस्ट आइटम 5 रुपये अतिरिक्त शुल्क लगेगा. इस सेवा में डिलीवरी केवल प्राप्तकर्ता या उसके अधिकृत व्यक्ति को ही की जाएगी.
दूसरी सुविधा है वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) सेवा, जिसमें आइटम तभी डिलीवर होगा जब प्राप्तकर्ता डिलीवरी स्टाफ को ओटीपी बताए. इसके लिए भी 5 रुपये अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा. इन सेवाओं के लागू होने से डाक सेवा और अधिक सुरक्षित होगी और ग्राहक को यह भरोसा रहेगा कि उसका दस्तावेज सही व्यक्ति तक ही पहुंचेगा.
ग्राहक और डाक विभाग का नजरिया
डाक विभाग ने गजट अधिसूचना जारी कर नई व्यवस्था को औपचारिक रूप दे दिया है.अधिकारियों का कहना है कि नई दरों और वैल्यू एडेड सेवाओं से ग्राहकों को आधुनिक और सुरक्षित डाक सेवाओं का अनुभव मिलेगा.
ग्राहकों के लिए यह बदलाव दोहरा असर लेकर आएगा. एक तरफ सेवा में सुधार और सुरक्षा बढ़ेगी, तो दूसरी तरफ पारंपरिक शुल्क की तुलना में खर्च थोड़ा बढ़ जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम डाक सेवा को आधुनिक बनाने की दिशा में जरूरी था.
क्यों जरूरी था बदलाव
पिछले कुछ वर्षों में डाक विभाग की परिचालन लागत में लगातार वृद्धि हुई है. डिजिटल युग में ग्राहकों की उम्मीद बढ़ी है कि स्पीड पोस्ट सेवा तेज, सुरक्षित और ट्रैक करने योग्य हो. नई तकनीकों में निवेश और ओटीपी आधारित डिलीवरी जैसी सुविधाओं को लागू करने के लिए शुल्क वृद्धि अपरिहार्य हो गई. यह बदलाव स्पीड पोस्ट की विश्वसनीयता को बढ़ाने और ग्राहकों को सुरक्षित दस्तावेज डिलीवरी का भरोसा देने के लिहाज से अहम माना जा रहा है.
ग्राहक को क्या जानना चाहिए
एक अक्टूबर से नई दरें और सेवाएं लागू होंगी. स्थानीय क्षेत्र के लिए 19 रुपये, लंबी दूरी के लिए 47 रुपये और वैल्यू एडेड सुविधाओं के लिए 5 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होगा. ग्राहक डाकघर जाकर या ऑनलाइन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि कौन सी सेवा उनके लिए उपयुक्त होगी.
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