राजद का आरोप तकनीकी रूप से असंभव, पार्टी एजेंटों के अभिलेखों से विरोधाभासी : सीइओ

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने राजद नेता जगदानंद सिंह द्वारा लगाये गये आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.

By DURGESH KUMAR | November 18, 2025 9:06 PM

संवाददाता,पटना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने राजद नेता जगदानंद सिंह द्वारा लगाये गये आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. सीइओ ने कहा है कि आरोप लगाया गया है कि प्रत्येक इवीएम में 25,000 प्री-लोडेड वोट थे. यह तकनीकी रूप से असंभव और प्रक्रियात्मक रूप से गलत है. इतना ही नहीं राजद के अपने चुनाव एवं मतदान एजेंटों द्वारा हस्ताक्षरित वैधानिक अभिलेखों से विरोधाभासी है. सीइओ के एक्स हैंडल पर लिखा गया है कि इवीएम में वाइ-फाइ, ब्लूटूथ, इंटरनेट या कोई बाहरी कनेक्टिविटी नहीं होती जिससे रिमोट या डिजिटल छेड़छाड़ असंभव हो जाती है. मतदान से पहले प्रत्येक इवीएम प्रत्येक उम्मीदवार के लिए शून्य वोट प्रदर्शित करती है. सभी राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में एक अनिवार्य मॉक पोल आयोजित किया जाता है जिसके बाद सभी मॉक वोटों को मंजूरी दे दी जाती है. एक मॉक पोल प्रमाणपत्र पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किये जाते हैं. इसके अतिरिक्त इवीएम का दो स्तरों पर रैंडमाइजेशन किया जाता है. पहला जिला स्तर पर विधानसभा क्षेत्रों को आवंटन के लिए और दूसरा निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर सभी राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में व्यक्तिगत मतदान केंद्र को आवंटन के लिए. यह सुनिश्चित करते हुए कि कोई भी यह अनुमान नहीं लगा सकता कि कौन सी इवीएम किस बूथ पर जायेगी. इवीएम के रैंडमाइजेशन , सीलिंग, प्रेषण, मतदान और भंडारण के दौरान राजनीतिक एजेंट मौजूद रहते हैं. सभी पार्टी प्रतिनिधियों के हस्ताक्षरों के साथ सीसीटीवी की निगरानी में स्ट्रांग रूम को सील कर दिया जाता है. राजद द्वारा किसी भी स्तर पर कभी भी किसी टूटी हुई सील, विसंगति या आपत्ति की सूचना नहीं दी गयी. जगदानंद सिंह द्वारा कोई विश्वसनीय साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया है.

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