बिहार में पुलिस तक पहुंच होगी और आसान, डायल 100 को किया जायेगा अपग्रेड, डायल 112 होगा मर्ज

बिहार पुलिस के डायल 100 को अपना भवन मिल गया है. पहले यह ट्रैफिक एसपी कार्यालय भवन में चल रहा था. इसका उद्घाटन बुधवार को रेंज आइजी संजय सिंह ने किया. यह भवन पटना पुलिस अस्पताल के बगल में बनाया गया है.

By Prabhat Khabar | April 15, 2021 9:46 AM

पटना . बिहार पुलिस के डायल 100 को अपना भवन मिल गया है. पहले यह ट्रैफिक एसपी कार्यालय भवन में चल रहा था. इसका उद्घाटन बुधवार को रेंज आइजी संजय सिंह ने किया. यह भवन पटना पुलिस अस्पताल के बगल में बनाया गया है.

डायल 100 में तीन शिफ्टों में 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. एक शिफ्ट में 35 पुलिसकर्मी ड्यूटी करेंगे. वर्तमान में यहां 30 लाइन है, जिसके कारण एक बार में उतने ही कॉल को रिसीव किया जा सकता है.

हर टेलीफोन में डिसप्ले है, जिस पर आने वाले हर कॉल का नंबर दिखता है. किसी भी टेलीफोन से रिंग करने की आवाज नहीं आयेगी. किसी का कॉल आने पर सिग्नल आयेगा और रिसीव करने वाला उक्त व्यक्ति की समस्या को नोट करने के साथ ही संबंधित थाने में फोन करके जानकारी देगा.

इतना ही नहीं कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित थाने से बात भी करायी जायेगी. मौके पर एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा, सिटी एसपी जितेंद्र कुमार, ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्रा समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.

डायल 100 को किया जायेगा अपग्रेड

रेंज आइजी संजय सिंह ने बताया कि डायल 100 पहले ट्रैफिक एसपी कार्यालय भवन में चल रहा था, लेकिन अब इस नये भवन में सारा काम होगा. डायल 100 के माध्यम से पूरे बिहार से आने वाली सूचना व लोगों की समस्या को रजिस्टर पर अंकित किया जाता है और फिर संबंधित थाना के प्रभारी को फोन कर जानकारी दी जाती है. इसका विस्तार भी किये जाने की योजना है. इससे संबंधित प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा जा चुका है. डायल 100 को अपग्रेड किया जायेगा और कई अन्य सुविधाएं भी जोड़ी जायेंगी.

100 व 112 होगा मर्ज

इआरएसएस सिस्टम के तहत डायल 100 व डायल 112 को मर्ज किया जा रहा है. जब तक डायल 112 में मर्ज नहीं कर दिया जाता है, तब तक डायल 100 चालू रहेगी. विदित हो कि पटना में स्थापित डायल 100 पूरे बिहार के लिए है. लोग किसी भी प्रकार की सूचना डायल 100 पर दे सकते हैं. उनकी दी गयी जानकारी को रजिस्टर में अंकित की जाती है और उस पर की गयी कार्रवाई को भी लिखा जाता है.

डायल 100 के प्रभारी को मॉनीटरिंग करने की जिम्मेदारी दी गयी है. यह 24 घंटे कार्यरत रहता है. अगर किसी के साथ कोई घटना घटित होती है और वह संबंधित थाने के प्रभारी को फोन करता है. लेकिन, फोन रिसीव नहीं किया जाता है तो लोग डायल 100 पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं.

Posted by Ashish Jha

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