Patna Metro Update: फरवरी से खेमनीचक-मलाही पकड़ी कॉरिडोर पर दौड़ेगी मेट्रो, रूट 6.5 किमी बढ़ेगा
Patna Metro Update: पटना मेट्रो का इंतजार कर रहे यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. अगले दो से तीन महीनों में मेट्रो दो नए स्टेशनों तक पहुंचने वाली है, जिससे शहर का पहला कॉरिडोर और लंबा हो जाएगा.
Patna Metro Update: पटना मेट्रो के विस्तार का काम तेजी से अंतिम चरण में है. खेमनीचक और मलाही पकड़ी के दो नए स्टेशनों पर निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इनके फरवरी 2026 तक उद्घाटन की संभावना जताई जा रही है.
उद्घाटन के बाद मेट्रो आइएसबीटी से भूतनाथ के आगे खेमनीचक होते हुए मलाही पकड़ी तक कुल 6.5 किमी की दूरी तय करेगी. अभी मेट्रो सिर्फ आइएसबीटी से जीरो माइल और भूतनाथ तक चल रही है. पटना मेट्रो के संचालन में यह विस्तार शहर के विकास और यातायात व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला साबित होगा.
दो नए स्टेशन लगभग तैयार, फरवरी में मिलने वाली है बड़ी सुविधा
पटना मेट्रो कॉरिडोर वन में खेमनीचक और मलाही पकड़ी स्टेशनों का निर्माण अंतिम चरण में है. मलाही पकड़ी स्टेशन का सिविल व स्ट्रक्चर वर्क लगभग पूरा कर लिया गया है, जबकि खेमनीचक स्टेशन के अलाइनमेंट और आंतरिक विकास कार्य तेजी से जारी हैं. अधिकारियों का कहना है कि दोनों स्टेशनों को फरवरी तक परिचालन योग्य बना दिया जाएगा.
मेट्रो का विस्तार होते ही आइएसबीटी से मलाही पकड़ी तक की कुल दूरी 6.5 किमी हो जाएगी. इससे पटना के पूर्वी इलाके के हजारों यात्रियों को सुविधा मिलने वाली है. बताया जा रहा है कि खेमनीचक और मलाही पकड़ी पड़ोस क्षेत्रों में पहले से ही ट्रैफिक दबाव काफी अधिक है, ऐसे में मेट्रो वहां बड़ी राहत लेकर आएगी.
फिलहाल 3.5 किमी के रूट पर चल रही है पटना मेट्रो
छह अक्टूबर को उद्घाटन और सात अक्टूबर से शुरू परिचालन के बाद से पटना मेट्रो फिलहाल आइएसबीटी से लेकर जीरो माइल और भूतनाथ तक 3.5 किमी की दूरी तय कर रही है. सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक सेवा उपलब्ध है.
अभी एक ही ट्रैक पर सिंगल सेट मेट्रो (इंजन सहित एक गाड़ी) चलाई जा रही है. प्रतिदिन औसतन 1500 यात्री मेट्रो से सफर कर रहे हैं, जिसे विस्तार के बाद और तेज बढ़ने की उम्मीद है.
अंडरग्राउंड कॉरिडोर का काम सबसे चुनौतीपूर्ण, 8 TBM की लगेगी जरूरत
पटना मेट्रो का अगला बड़ा चरण भूमिगत कॉरिडोर का निर्माण है. पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक कुल 9.35 किमी में अंडरग्राउंड टनल बनाई जानी है. इस पूरे सेक्शन के लिए कुल आठ टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) लगाई जाएंगी.
पहला चरण पटना जंक्शन से जू (Sanjay Gandhi Biological Park) की ओर खुदाई के साथ शुरू होगा, जबकि दूसरा चरण पटना जंक्शन से रूपसपुर की ओर आगे बढ़ेगा.
कॉरिडोर वन में कुल छह भूमिगत स्टेशन और टनल निर्माण पर लगभग 2565.80 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इस काम को 42 महीने में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.
यात्रियों में बढ़ रही उम्मीद, शहर के लिए मेट्रो बनेगी गेमचेंजर
फिलहाल औसतन 1500 यात्री रोज मेट्रो का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों को विश्वास है कि खेमनीचक–मलाही पकड़ी स्टेशनों के खुलते ही यह संख्या कई गुना बढ़ जाएगी. पूर्वी पटना, विशेषकर ट्रैफिक से परेशान खेमनीचक–कंकड़बाग–भूतनाथ क्षेत्र के लोगों के लिए मेट्रो का यह फेज राहत भरा साबित होगा.
मेट्रो की उपलब्धता से निजी वाहनों का दबाव कम होगा और शहर में जाम की समस्या में भी सुधार देखने की उम्मीद है.
