रफ्तार पकड़ने लगी पटना मेट्रो, जानिये कैसा है 2923 करोड़ से अधिक का पूरा प्रोजेक्ट, कितना पूरा हुआ काम

पटना मेट्रो के निर्माण की रफ्तार अब और तेज होगी. मेट्रो के लोगो, मेट्रो के निर्माण का काम कर रही डीएमआरसी के लिए अलग कार्यालय से लेकर प्राथमिक कॉरिडोर निर्माण में तेजी लाया जा रहा है. एक साल के भीतर सभी दोनों कॉरिडोर के निर्माण के लिए एक के बाद एक कुल 15 टेंडर जारी कर दिये हैं.

By Prabhat Khabar | July 25, 2021 10:36 AM

पटना मेट्रो के निर्माण की रफ्तार अब और तेज होगी. मेट्रो के लोगो, मेट्रो के निर्माण का काम कर रही डीएमआरसी के लिए अलग कार्यालय से लेकर प्राथमिक कॉरिडोर निर्माण में तेजी लाया जा रहा है. वहीं, मेट्रो के निर्माण का काम कर रही दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोरेशन से एक साल के भीतर सभी दोनों कॉरिडोर के निर्माण के लिए एक के बाद एक कुल 15 टेंडर जारी कर दिये हैं.

2923 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट का होगा काम 

इन टेंडरों में करीब 2923 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट का काम किया जाना है. इसमें नये एक दो टेंडर को छोड़ कर अब तक अधिकांश निविदा फाइनल हो चुकी है. इसमें कई प्रोजेक्ट पर निविदा से आवंटित कंपनियों ने काम भी शुरू कर दिये हैं. कोविड कॉल में भले ही जमीन पर काम की रफ्तार उतनी तेज नहीं हुई हो, लेकिन आने वाले समय में जमीन पर काम की रफ्तार और तेज दिखेगी.

कैसा है मेट्रो का प्रोजेक्ट :

पटना मेट्रो रेल परियोजना के प्रस्ताव पर आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने 13365.77 करोड़ का अनुमोदन प्रदान किया था. परियोजना लागत में 20% राशि का आवंटन बिहार सरकार और 20% राशि का आवंटन केंद्र सरकार करेगी और शेष 60% राशि जायका द्वारा ऋण लिया जायेगा. गौरतलब है कि पटना मेट्रो रेल परियोजना के अनुमोदन के उपरांत पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड का गठन हुआ. इसके बाद मेट्रो रेल निर्माण से संबंधित कार्यान्वयन करने के लिए डिपोजिट टर्म पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को दिया गया है.

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कॉरिडोर-1

कॉरिडोर-1 दानापुर-मीठापुर-खेमनीचक होगा. इसमें 7.393 किमी उपरिगामी यानी एलिवेटेड होगा और भूमिगत 10.54 किमी होगा. इस प्रकार कुल 17.933 किमी में कॉरिडोर-एक बनेगा. वहीं कॉरिडोर 2 में पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन- गांधी मैदान-पाटलिपुत्र आइएसबीटी शामिल है. 14.564 किमी के इस कॉरिडोर में कुल 6.638 किमी उपरीगामी और 7.926 भूमिगत होगा.

प्राथमिक कॉरिडोर

पटना मेट्रो के फेज-1 के कॉरिडोर-2 के न्यू पाटलिपुत्र आइएसबीटी मेट्रो स्टेशन से मलाही पकड़ी मेट्रो स्टेशन को प्राथमिक कॉरिडोर कहा जाता है. प्राथमिक कॉरिडोर की कुल लंबाई 6.1 किमी है. इसमें स्टेशनों की संख्या पांच है जो सभी उपरीगामी हैं. इसमें स्टेशन न्यू पाटलिपुत्र आइएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ, खैमनीचक और मलाही पकड़ी होंगे.

36 माह में पूरा होगा ओवरहेड उपकरण लगाने का काम

पटना मेट्रो के ओवरहेड उपकरणों को लगाने पर करीब 144.65 करोड़ की लागत आयेगी. इसे 36 माह में पूरा किया जायेगा. इसमें कोरिडोर-एक और कोरिडोर-दो के साथ आइएसबीटी डिपो का भी काम है. पटना मेट्रो की निर्माण कंपनी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने इसके लिए निविदा आमंत्रित की है. 25 केवी के ओवरहेड सिस्टम से जुड़े उपकरणों की आपूर्ति, स्थापना, टेस्ट और चालू करने के सामूहिक कार्य के लिए करीब 36 माह का समय दिया गया है.

अब तक पटना मेट्रो रेल परियोजना में पूरे हो चुके काम

-पटना मेट्रो रेल परियोजना के सर्वेक्षण एवं मृदा की जांच पूर्ण.

-भू-तकनीकी कार्य और यातायात सर्वेक्षण कार्य पूर्ण.

-एलाइमेंट के अंतर्गत आने वाले उपयोगी का कार्य पूरे हो चुके हैं.

-मार्ग में स्थित पेड़ों को काटने और उन्हें अन्यत्र प्रतिस्थापित करने हेतु संयुक्त सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा वन एवं पर्यावरण विभाग से अनुमति मिल चुकी है.

-हालांकि पटना मेट्रो का संपूर्ण कार्य 5 वर्ष की अवधि में समाप्त होना है, लेकिन प्राथमिक कॉरिडोर और डिपो का निर्माण तीन वर्षों में ही पूरा करना है. दोनों की निविदा आमंत्रित की जा चुकी है.

-प्राथमिक कॉरिडोर के तहत पुल और स्टेशन निर्माण कार्य का आवंटन के लिए 552.9 करोड़ की लागत पर कंपनी आवंटित कंपनी काम शुरू कर चुकी है.

-इसके अलावा अन्य कई कार्य शुरू हो चुके हैं.

स्टेशन का नाम और उसकी प्रकृति

– पटना स्टेशन-भूमिगत

-आकाशवाणी-भूमिगत

-गांधी मैदान-भूमिगत

-पीएमसीएच-भूमिगत

-पटना विश्वविद्यालय-भूमिगत

-मोइनुल हक स्टेडियम-भूमिगत

-राजेंद्र नगर-भूमिगत

-मलाही पकड़ी-उपरीगामी

-खेमनीचक-उपरीगामी

-भूतनाथ रोड-उपरीगामी

-जीरो माइल-उपरीगामी

-पाटलिपुत्र आइएसबीटी-उपरीगामी

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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