Bihar News: अब बिहार के किसान पहुंचेंगे खेती से मार्केटिंग तक, राज्य सरकार देगी ये खास ट्रेनिंग
Bihar News: बिहार के किसानों को अब खेती से लेकर मार्केटिंग तक की नई तकनीक और कौशल की ट्रेनिंग दी जाएगी. राज्य सरकार करीब 14 हजार किसानों और युवाओं को यह ट्रेनिंग दिलाएगी. इस योजना के तहत उन्हें सर्टिफिकेट भी मिलेगा, जिससे उनकी पहचान एक एक्सपर्ट किसान के रूप में होगी.
Bihar News: राज्य सरकार ने किसानों और युवाओं के लिए एक बड़ी पहल की है. बिहार के करीब 14 हजार किसानों को अब खेती-बाड़ी से लेकर मार्केटिंग तक का कौशल ट्रेनिंग दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण से किसान न केवल आधुनिक कृषि तकनीकों की ओर बढ़ेंगे, बल्कि अपनी उपज को बाजार तक ले जाने और उन्हें सेल करके बेहतर पैसे कमाने में भी सक्षम बनेंगे.
86 संस्थानों में होगी ट्रेनिंग
कृषि विभाग की ओर से इस योजना को लागू करने के लिए 86 से अधिक संस्थानों का चयन किया गया है. इनमें केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा (समस्तीपुर), बिहार कृषि विश्वविद्यालय (सबौर), कृषि व उद्यान महाविद्यालय, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र और बामेती शामिल हैं.
एक्सपर्ट किसानों में होगी पहचान
अब तक कई किसान खेती और उससे जुड़े क्षेत्रों में कौशल रखते थे, लेकिन मूल्यांकन और प्रमाणन के अभाव में उन्हें अकुशल समझा जाता था. इस प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र के बाद उन्हें एक एक्सपर्ट किसान के रूप में पहचान मिलेगी. यह कदम न केवल उनकी आमदनी बढ़ाएगा बल्कि उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएगा.
युवाओं को मिलेगा रोजगार
योजना का उद्देश्य किसानों के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को खेती-किसानी से जोड़ना है. प्रशिक्षित युवाओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में विभिन्न विभागीय योजनाओं में शामिल किया जाएगा. साथ ही, उद्योग विभाग की योजनाओं से भी इन्हें जोड़ा जाएगा, ताकि वे स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ा सकें.
मशरूम उत्पादन के लिए मिलेगी ट्रेनिंग
कृषि विभाग के मुताबिक, इस योजना में 1020 किसानों को डोमेन ट्रेनिंग और 13,290 किसानों व युवाओं को आरपीएल (Recognition of Prior Learning) प्रशिक्षण दिया जाएगा. इनके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे जिनमें मशरूम उत्पादन, सब्जी और बागवानी, औषधीय पौधों की खेती, अन्य आधुनिक कृषि तकनीकें शामिल की जाएंगी.
बढ़ेगी किसानों की आमदनी
विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से न केवल किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी, बल्कि खेती में नई तकनीक का इस्तेमाल बढ़ेगा. इससे बिहार कृषि क्षेत्र में एक नए दौर की शुरुआत करेगा.
