बिहार के 37 औद्योगिक क्षेत्रों में नहीं बची निवेश योग्य जमीन

प्रदेश के 84 औद्योगिक क्षेत्रों में सबसे प्रमुख 37 औद्योगिक क्षेत्रों में नाम मात्र की जगह भी नहीं बची है.

By DURGESH KUMAR | November 18, 2025 10:36 PM

— बिहार में औद्योगिक लैंड बैंक विकसित करने की चल रही प्रक्रिया, नयी सरकार के गठन के बाद आयेगी तेजी संवाददाता, पटना प्रदेश के 84 औद्योगिक क्षेत्रों में सबसे प्रमुख 37 औद्योगिक क्षेत्रों में नाम मात्र की जगह भी नहीं बची है. इसका सीधा मतलब है कि एक तो बिहार का औद्योगिकीकरण तेजी से हो रहा है जिसकी वजह से नये औद्योगिक क्षेत्रों की जरूरत महसूस की जा रही है.इस दिशा में उद्योग विभाग लगा हुआ है. फिलहाल राज्य के वे औद्योगिक क्षेत्र जहां औद्योगिक निवेश योग्य एक इंच भूमि भी उपलब्ध नहीं है, उन क्षेत्रों में बेगूसराय के औद्योगिक क्षेत्र परबत्ता, इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर (आइजीसी) खगड़िया, इंडस्ट्रियल एस्टेट लखीसराय, मुंगेर जिले में इंडस्ट्रियल एरिया सीताकुंड,भेदियादांगी, औद्योगिक क्षेत्र खगरा, एमजीसी उदायीकिशनगंज, सहरसा औद्योगिक क्षेत्र, बिहटा औद्योगिक क्षेत्र, कोपाकला औद्योागिक क्षेत्र, न्यू बिहटा औद्योगिक क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र लोहट फेज -वन सीबीजी, दरभंगा जिले के इंडस्ट्रियल एस्टेट बेला, मधुबनी जिले में झंझारपुर औद्योगिक क्षेत्र, लोहट फेज टू,लोहट फेज थ्री औद्योगिक क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र पंडोल, सकरी औद्योगिक क्षेत्र, समस्तीपुर औद्याेगिक क्षेत्र, गया जिले में औद्योगिक क्षेत्र गया, गौरुआ, नवादा जिले में नवादा, वार्सिलीगंज औद्योगिक क्षेत्र , रोहतास जिले में बिक्रमगंज, गोपालगंज जिले में हथुआ फेज वन और हथुआ फेज टू, सिवान जिले के न्यू सीवान फेज वन और सिवान औद्योगिक क्षेत्र, वैशाली जिले के गोरुल फेज वन ,फेज टू , मुजफ्फरपुर जिले के बिशुनपुर धर्म, कोर्रा और महबल, सीतामढ़ी औद्योगिक क्षेत्र , इंडस्ट्रियल एस्टेट मुजफ्फरपुर , पटना जिले में इंडस्ट्रियल एस्टेट बिहारशरीफ और औद्योगिक क्षेत्र पाटलिपुत्र शाामिलि हैं.

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