बिहार में AK-47 का खेल, कौन बांट रहा मौत का सामान? NIA कर रही अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ट्रेस
Bihar AK-47 News: प्रतिबंधित हथियार AK-47 की सप्लाई बिहार में होने लगी. जब मुजफ्फरपुर में हथियार के साथ तस्करों को पिछले साल पकड़ा गया तो इसकी जांच शुरू हुई. अब कुछ और लोग NIA के रडार पर चढ़ गए हैं.
बिहार में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) फिर से सक्रिय हुई है. एकबार फिर से आधुनिक हथियार AK-47 की जब्ती मामले में छापेमारी शुरू हुई है. पिछले दिनों पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में कई जगहों पर NIA ने रेड मारा. मामला पिछले साल बरामद हुए एके-47 से जुड़ा है. एनआइए की रडार पर मुखिया और पूर्व मुखिया तक चढ़े हुए हैं. AK-47 तस्करी के तार नागालैंड तक जुड़े हुए हैं.
पिछले साल जब्त हुआ था AK47 हथियार, पकड़ाए थे तस्कर
AK-47 बरामदगी के मामले में NIA ने पिछले साल 5 अगस्त 2024 को मामला दर्ज किया था. मुजफ्फरपुर के फकुली थाना में जिला पुलिस की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी को आधार बनाया गया था. इसमें चार अभियुक्त सत्यम, विकास, देवमणि राय और गोपालगंज के अहमद अंसारी के खिलाफ एनआइए की जांच अभी भी जारी है. केंद्रीय गृह विभाग ने चारो के खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश दे दिया है. NIA ने बीते 8 मई को चारो आरोपियों के खिलाफ पटना के विशेष कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी.
तेज हुई AK-47 की जांच
एक साल बाद अब मामला फिर से गरमाया है. एनआइए ने मुजफ्फरपुर के पानापुर के अररा गांव में कुख्यात गोलू ठाकुर के घर पर छापेमारी की. पूर्वी चंपारण के अरेराज में खजुरिया गांव में राहुल मुखिया के घर पर भी रेड मारा गया. पकड़ीदयाल के थरबिटिया गांव में पूर्व मुखिया छेदी सिंह के भी घर पर छापेमारी हुई.
पिछले दिनों इन लोगों के ठिकानों को NIA ने खंगाला
गोलू ठाकुर के घर का कोना-कोना खंगाला गया. चर्चा है कि एनआइए को गुप्त सूचना मिली थी कि गोलू ठाकुर के घर में AK-47 छिपाकर रखा गया था. गोलू ठाकुर से एनआइए ने घंटों पूछताछ भी की. चर्चा यह भी है कि पिछले साल जिस तस्कर विकास को गिरफ्तार किया गया था उससे गोलू के संबंध हैं. हालांकि छापेमारी में कोई हथियार गोलू के यहां से बरामद नहीं हुआ. एनआइए ने मोबाइल फोन जब्त किया और साथ लेकर गयी. वहीं पूर्वी चंपारण में कुख्यात राहुल मुखिया के घर पर भी छापेमारी हुई. वहां से भी मोबाइल जब्त करके ले गयी. थरबिटिया पंचायत के पूर्व मुखिया छेदी सिंह के भी घर में एक टीम ने छापेमारी की. यहां से भी मोबाइल जब्त करके एनआइए साथ ले गयी है.
पुल के नीचे झाड़ी में छिपा मिला था हथियार
पिछले साल 7 मई 2024 को बिहार STF और DIU की टीम ने स्टेशन रोड में छापेमारी करके विकास और सत्यम को AK47 राइफल के बट और लेंस के साथ गिरफ्तार किया था. विकास से जब पूछताछ हुई थी तो उसने कुढनी प्रखंड के देवमणि राय का नाम उगला था कि उसने ही यह रखने दिया. जब देवमणि राय के घर पर छापेमारी हुई और उसे गिरफ्तार किया गया तो उसने ठिकाना बताया, जहां पुल के नीचे झाड़ी में AK-47 छिपाकर रखा हुआ था. हथियार को बरामद किया गया. विकास ने ही अहमद अंसारी का भी नाम उगला था.
नागालैंड से जुड़े तार, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ट्रेस कर रही जांच एजेंसी
विकास ने पुलिस को बयान दिया है कि अहमद अंसारी गोपालगंज जिले में गैराज चलाता है. वो नागालैंड के दीमापुर का रहने वाला है. उसने अहमद अंसारी से ही 7 लाख रुपए में AK-47 खरीदा था. बता दें कि अहमद अंसारी को गिरफ्तार करने के लिए बिहार एसटीएफ ने एक महीने से अधिक समय तक दीमापुर में कैंप किया था. उसने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई राज उगले. एनआइए अब बिहार में अत्याधुनिक हथियार सप्लाई के इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ट्रेस करने में जुटी हुई है.
