NHAI और भू-अर्जन घोटाले के पैसे विदेशों में खपाए! बिहार में बैंक मैनेजर पर ED ने कराया केस दर्ज

Bihar News: एनएचएआइ और भू-अर्जन घोटाले की राशि को विदेश की गेमिंग कंपनियों में खपाया जा रहा था. बिहार में ईडी की जांच में कई खुलासे हुए हैं. जिसके बाद जांच एजेंसी ने केस भी दर्ज करा दिया है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 29, 2025 9:37 AM

Bihar News: बिहार में जांच एजेंसी ईडी ने कोटक महिंद्रा बैंक के पूर्व मैनेजर, उसके परिचित और अन्य लोगों पर इओयू में केस दर्ज कराया है. मामला NHAI और भू-अर्जन के खाते से करोड़ों रुपए के घोटाला से जुड़ा है.

विदेश की गेमिंग कंपनियों में निवेश

ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ है कि जालसाजों ने घोटाले के पैसे को विदेशों में खपाया. घोटाले की राशि को विदेश की गेमिंग कंपनियों में निवेश किया गया. 2019 से चलने वाला यह घोटाला 2021 में पकड़ा गया था और अब जब जांच में कई अहम खुलासे हो रहे हैं तो जांच एजेंसी ईडी ने केस दर्ज कराकर जालसाजों की मुश्किलें और बढ़ा दी है.

ALSO READ: Bihar: SC-ST मामले में आरोपी को छोड़ने पर जज का पावर छीना, पटना हाईकोर्ट ने ट्रेनिंग पर भेजने का दिया आदेश

ईडी की जांच में क्या हुआ खुलासा?

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि जालसाजों ने एनएचएआइ और भू-अर्जन के खाते से 31.93 करोड़ का घोटाला करने वाले जालसाजों ने इस घोटाले की राशि को दक्षिण अफ्रीका और फिलीपींस की गेमिंग कंपनियों में निवेश कर दिया. ये गेमिंग कंपनियां दक्षिण अफ्रीका की बिटवे और फिलीपींस की 12 बेट हैं. इन दोनों देशों के 21 अलग-अलग खातों में घोटाले की राशि डाली गयी.

ईडी ने इन लोगों पर दर्ज कराया केस

इस खुलासा के बाद ईडी के पटना क्षेत्रीय कार्यालय के संयुक्त निदेशक सत्यकाम दत्ता ने आर्थिक अपराध इकाई थाना में कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया. जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है उनमें कोटक महिंद्रा बैंक, बोरिंग रोड ब्रांच पटना के पूर्व मैनेजर आरा निवासी सुमित कुमार, उसके परिचित नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान मुहल्ला निवासी शशिकांत कुमार और अन्य लोग शामिल हैं.

क्या है घोटाला?

यह घोटाला वर्ष 2019 से चल रहा था जो 2021 में पकड़ में आया था. इसमें सरकारी राशि की निकासी कोटक महिंद्रा बैंक, पटना के एग्जीबिशन रोड शाखा से हुई थी. आरोपी सुमित कुमार पहले इसी ब्रांच का मैनेजर था. जब मामला उजागर हुआ तो गांधी मैदान थाने में केस दर्ज किया गया था. बाद में इस केस को इओयू ने अपने हाथों में लिया. इओयू ने चार्जशीट दायर की. इओयू के सूत्रों ने बताया कि बीएनएस के तहत दर्ज इस केस की जांच इओयू करेगी.