झारखंड में सक्रिय नक्सलियों से बिहार को खतरा
बिहार में नक्सली गतिविधियों पर बहुत हद तक नियंत्रण किया जा चुका है, लेकिन झारखंड में सक्रिय नक्सलियों से बिहार की सीमा के अंदर घुसने का खतरा है
संवाददाता, पटना बिहार में नक्सली गतिविधियों पर बहुत हद तक नियंत्रण किया जा चुका है, लेकिन झारखंड में सक्रिय नक्सलियों से बिहार की सीमा के अंदर घुसने का खतरा है. बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने यह चिंता प्रकट करते हुए झारखंड के मुख्य सचिव से सहयोग मांगा है. साथ ही पड़ोसी राज्यों से सीमावर्ती जिलों के बीच थाना, अनुमंडल और जिला स्तर पर समन्वय बैठक आयोजित करने की जरूरत पर जोर दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए बिहार के अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे नक्सलियों की घुसपैठ के खतरे को देखते हुए सीमा से सटे क्षेत्रों में संवेदनशील स्थलों की पहचान करें. चुनाव प्रबंधन और विधि-व्यवस्था के लिए कई अंतर्राज्यीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए बिहार के मुख्य सचिव ने कहा कि चुनाव के दौरान राज्य में असामाजिक तत्वों और आपराधिक गतिविधियों की संभावना को देखते हुए पड़ोसी राज्यों से असामाजिक तत्वों और अपराधियों की सूची साझा कर उनकी गिरफ्तारी की जाये. उन्होंने चेकिंग प्वॉइंट चिन्हित करने, नाकाबंदी करने और अवैध शराब, नगद राशि, गांजा और ड्रग्स के परिचालन पर रोक लगाने में पड़ोसी राज्यों का भी सहयोग जरूरी बताया. चुनाव के दिन सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमाएं सील करने, चेक पोस्ट और मिरर चेक पोस्ट स्थापित करने के साथ ही अवैध आर्थिक गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया.
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