Irctc Ticket Booking: बड़ी खबर !अब आखिरी मिनट में बुक करें ट्रेन टिकट, रेल टिकटिंग सिस्टम होने वाला है सुपरफास्ट

Irctc Ticket Booking:: अगर आपको लगता है कि सुबह 8 बजे ट्रेन टिकट बुक करना ‘तेज इंटरनेट’ नहीं बल्कि ‘किस्मत’ का खेल है, तो अब यह बदलने वाला है. नए साल से टिकट बुकिंग की स्पीड पांच गुना बढ़ने जा रही है. इतनी कि महज 1 मिनट में सवा लाख यात्रियों को कंफर्म टिकट मिल सकेगा.

By Pratyush Prashant | November 25, 2025 2:04 PM

Irctc Ticket Booking: भारतीय रेलवे में 2026 की शुरुआत से ऐसा तकनीकी अपग्रेड लागू होने जा रहा है, जो यात्री अनुभव को पूरी तरह बदल देगा. CRIS (Centre for Railway Information Systems) 30 साल पुराने Passenger Reservation System को मॉडर्नाइज्ड कंप्यूटराइज्ड सिस्टम में अपग्रेड कर रहा है. अभी एक मिनट में जहां 25 हजार आरक्षित टिकट ही बुक हो पाते हैं, वहीं नए सिस्टम के आने से यह क्षमता 1.25 लाख तक बढ़ जाएगी. यानी त्योहारों के समय टिकट पाने की जद्दोजहद काफी आसान होगी.

भारत का टिकटिंग सिस्टम बदलने वाला है

1995 में पीआरएस को कंप्यूटराइज्ड किया गया था और तब से आज तक कई छोटे अपडेट होते रहे, लेकिन पहली बार इतना बड़ा टेक्नोलॉजिकल बदलाव लागू किया जा रहा है. CRIS के प्रिंसिपल प्रोजेक्ट इंजीनियर के अनुसार, इस पूरी प्रणाली को नए सॉफ्टवेयर, तेज सर्वर और आधुनिक सुरक्षा तकनीक से अपग्रेड किया जा रहा है ताकि बढ़ती आबादी और डिमांड के हिसाब से टिकटिंग सिस्टम सक्षम हो सके.

अभी सुबह 8 बजे टैटकल या ओपनिंग टिकट के दौरान यात्रियों को अक्सर “सिस्टम स्लो” या “टाइम आउट” की समस्या का सामना करना पड़ता है. नई प्रणाली इन सभी समस्याओं को खत्म करने पर फोकस कर रही है.
अपग्रेड के बाद एक मिनट में 25 हजार नहीं, बल्कि सवा लाख लोग टिकट बुक कर सकेंगे. इससे त्योहारों, छुट्टियों और विशेष ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलने की संभावना काफी बढ़ जाएगी.

पूछताछ और ऑनलाइन सिस्टम होगा फास्ट

ट्रेनों की आगमन-प्रस्थान पूछताछ (NTES), सीट उपलब्धता जांच और अन्य ऑनलाइन सुविधाएं इतनी तेज होंगी कि लाखों लोग बिना किसी रुकावट के एक साथ सिस्टम का इस्तेमाल कर सकेंगे. आज रेलवे प्रतिदिन 3.5 करोड़ से अधिक पूछताछ संभालता है. नए सिस्टम के बाद यह क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी.

धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम

नया टिकटिंग सॉफ्टवेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एजेंट-आधारित धोखाधड़ी को पहचान सकेगा. कई संदिग्ध पैटर्न जैसे—एक ही IP से बार-बार टिकट बुकिंग, अलग-अलग IDs का उपयोग इन सब को AI तुरंत पकड़ लेगा.

हाल ही में ई-टिकट के लिए आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया है, जिससे टिकट दलाली पर काफी हद तक रोक लगी है.

काउंटर से भी तेज बुकिंग

नया ‘मदर एप सिस्टम’ रेलवे स्टेशनों पर टिकट काउंटरों (POS मशीनों) को भी हाई-स्पीड बना देगा. अब काउंटर क्लर्क भी बड़ी संख्या में टिकट एक साथ बुक कर सकेंगे, जिससे लंबी कतारों से राहत मिलेगी. रेलवे की आमदनी बढ़ेगी, यात्रियों को राहत मिलेगी

बुकिंग क्षमता बढ़ने से रेलवे की आय में भी तेजी से इजाफा होगा. सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि टिकट कहां हो रहा है, कौन बुक कर रहा है, कितने लोग एक साथ जुड़ रहे हैं. यह सब पारदर्शी तरीके से ट्रैक होगा.

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