Industry In Bihar: बिहार में यहां खोले जायेंगे फार्मास्युटिकल पार्क, लैंड बैंक बनने से हो सकेगा बड़ा फायदा

Industry In Bihar: बिहार में उद्योग को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके साथ ही कई तरह के पहल भी किये जा रहे हैं. ऐसे में मढ़ौरा और अरवल में फार्मास्युटिकल पार्क खोले जायेंगे. इस पार्क को खोले जाने को लेकर जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है.

By Preeti Dayal | December 26, 2025 12:12 PM

Industry In Bihar: बिहार में पिछले 20 सालों में 48 नये औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किये गये हैं. हर साल औसतन दो से तीन नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये गये हैं. दरअसल, औद्योगिक क्षेत्रों की संख्या जो साल 2005 में 46 थी, वह बढ़कर अब साल 2025 में 94 हो गई है. इस दिशा में उद्योग विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. हाल ही में विभाग ने नये औद्योगिक पार्क स्थापित करने पर जोर दिया है.

इन दो जगहों में खोले जायेंगे फार्मास्युटिकल पार्क

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सारण जिले के मढ़ौरा और अरवल में फार्मास्युटिकल पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. यहां जमीन अधिग्रहण की कवायद की जा रही है. फार्मास्युटिकल उद्योग में नयी यूनिट स्थापित करने की और यह सबसे संभावनाशील कदम माना जा रहा है. यह पटना के पास फतुहा के जैतिया मौजा में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क के पास 242 एकड़ जमीन पर फिनटेक पार्क या सिटी विकसित की जायेगी.

बिहार में निवेश लायक कितनी जमीन?

जानकारी के मुताबिक, भोजपुर, शेखपुरा, रोहतास, शिवहर, दरभंगा और पूर्णिया में नये इंडस्ट्रियल पार्क बनाये जाने हैं. इंटरनेशनल लेवल पर निवेशकों के लिए भारत सरकार ने एक खास लैंड बैंक पोर्टल बना रखा है. पोर्टल की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में निवेश लायक 649 हैक्टेयर जमीन उपलब्ध है. बिहार के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में करीब 7250 प्लॉट हैं. इसमें भी केवल 1917 प्लॉट अभी खाली हैं. जिसमें निवेश किये जा सकते हैं.

लैंड बैंक के बनने से होंगे ये फायदे

इस पोर्टल के मुताबिक, राज्य में 58 मिक्स औद्योगिक पार्क यानी सभी तरह की यूनिट के लिए औद्योगिक क्षेत्र हैं. इसके अलावा 16 अत्याधुनिक पार्क डिजाइन किये हैं. खास बात यह भी है कि बिहार सरकार ने 10 हजार एकड़ का लैंड बैंक बनाने की तैयारी तेज कर दी हैं. अलग-अलग जिलों में जमीन एक्वायर की जा रही है. उम्मीद है एक्वायर करके यहां मजबूत आधारभूत सरंचना तैयार करने में करीब 18 महीने तक लग सकते हैं.

Also Read: Bihar Train News: पटना से कोलकाता और दिल्ली जाने पर अब इतना देना पड़ेगा ट्रेन का किराया, इन स्टेशनों पर लागू होगी नई व्यवस्था