पटना से दिल्ली सिर्फ 8 घंटे में, लग्जरी होटल जैसा आराम, 160 km/h पर भी नहीं छलकेगी चाय, जानें कब शुरू होगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
Vande Bharat Sleeper Train: पटना-नई दिल्ली रूट पर जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन दौड़ने वाली है. तेजस जैसी रफ्तार, राजधानी जैसा आराम और उन्नत तकनीक से लैस यह ट्रेन यात्रियों के लिए प्रीमियम नाइट-ट्रैवल का नया अनुभव लेकर आ रही है. 160 किमी/घंटा की स्थिर स्पीड और फ्लाइट जैसी सुविधाओं के साथ इसे चलाने की तैयारी अब अंतिम चरण में है.
Vande Bharat Sleeper Train: पटना-नई दिल्ली रूट पर यात्रियों को एक नए यात्रा अनुभव का तोहफा मिलने वाला है. लंबे इंतजार के बाद पटना-दिल्ली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन इसी महीने पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार है. तेजस जैसी रफ्तार, राजधानी जैसी आरामदायक यात्रा और वंदे भारत की उन्नत तकनीक. इन तीनों का मेल पहली बार किसी स्लीपर ट्रेन में देखने को मिलेगा. रेलवे का दावा है कि यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने पर भी इतनी स्थिर रहेगी कि कप में रखी चाय तक नहीं छलकेगी.
बेंगलुरु की BEML फैक्ट्री में तैयार हो रहे वंदे भारत स्लीपर के दो रैक 12 दिसंबर तक पूरी तरह तैयार हो जाएंगे. पहला रैक भेजने के बाद पटना-नई दिल्ली रूट पर ट्रायल रन शुरू होगा. नए साल से पहले ही इस ट्रेन के नियमित संचालन की योजना है. सप्ताह में 6 दिन चलने वाली यह ट्रेन शाम को पटना से खुलेगी और सुबह दिल्ली पहुंचेगी. इसी तरह दिल्ली से भी शाम को चलेगी और अगले दिन सुबह पटना पहुंचेगी. अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा है, जबकि स्टेशन पर रुकने और दोबारा तेज रफ्तार पकड़ने में यह तमाम ट्रेनों से कहीं तेज है.
16 कोच, 827 यात्रियों की क्षमता
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे. AC3 के 11, AC2 के 4 और AC1 का 1 कोच. कुल 827 सीटों में AC3 में 611, AC2 में 188 और AC1 में 24 सीटें होंगी. बढ़ती मांग को देखते हुए भविष्य में कोच बढ़ाने की भी संभावनाएं खुली हैं. किराया राजधानी एक्सप्रेस के आस-पास रहने की उम्मीद है.
फ्लाइट जैसी सुविधाएं, होटल जैसा आराम
ट्रेन का इंटीरियर इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यात्रियों को प्रीमियम होटल जैसा अनुभव मिले. कुछ प्रमुख सुविधाएं इस प्रकार हैं.
- USB-इंटीग्रेटेड रीडिंग लैंप ताकि रात में पढ़ने में कोई दिक्कत न हो.
- रियल-टाइम पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम, जिससे अगला स्टेशन, ट्रेन की स्पीड और अन्य जानकारी मिलेगी.
- हाई-स्पीड Wi-Fi और इंफोटेनमेंट स्क्रीन, बच्चों से लेकर बिजनेस यात्रियों तक सभी के लिए उपयोगी.
- टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स, साफ-सुथरे और बिना किसी दुर्गंध के.
- AC1 में गर्म पानी के शावर, सर्द मौसम में खास सुविधा.
- ऊपरी बर्थ तक पहुंचने के लिए एर्गोनोमिक सीढ़ियां, सुरक्षित और आरामदायक.
- PRM-फ्रेंडली टॉयलेट, दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों के लिए सहूलियत.
सुरक्षा के लिए उन्नत तकनीक
भारतीय रेलवे ने इस ट्रेन में ‘कवच’ एंटी-कोलिजन सिस्टम लगाया है, जो दो ट्रेनों के बीच टक्कर की संभावना होने पर खुद स्पीड रोक देता है. इसके अलावा इन तकनीकों से भी इस ट्रेन को लैस किया गया है.
- इमरजेंसी टॉक-बैक यूनिट
- सील्ड गैंगवे
- ऑटोमैटिक प्लग डोर
- CCTV निगरानी
वर्तमान में देश में चेयर कार वाली 164 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन स्लीपर वेरिएंट की शुरुआत लंबी दूरी के यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत मानी जा रही है. पटना-दिल्ली के सफर में यह ट्रेन यात्रा अनुभव को पूरी तरह बदल देगी और भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की दिशा में नई शुरुआत साबित होगी.
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