बिहार में अपराधी बेखौफ, बेटी से छेड़खानी का मां ने किया विरोध तो मार दी गोली, मौत

बख्तियारपुर के रेलवे लोको कॉलोनी में लफंगों ने पहले बेटी से छेड़खानी की और उससे रेप की कोशिश की. मां उस्माना (60 वर्ष) ने विरोध किया, तो बेटी के सामने ही गोली मार कर हत्या कर दी.

By Prabhat Khabar | January 6, 2021 8:24 AM

पटना/बख्तियारपुर. बख्तियारपुर के रेलवे लोको कॉलोनी में लफंगों ने पहले बेटी से छेड़खानी की और उससे रेप की कोशिश की. मां उस्माना (60 वर्ष) ने विरोध किया, तो बेटी के सामने ही गोली मार कर हत्या कर दी.

यह घटना राजस्थान से आये खानाबदोश परिवार के साथ सोमवार के अहले सुबह घटना हुई. इस मामले में फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

इस संबंध में बख्तियारपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस संबंध में एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फिलहाल युवकों की पहचान नहीं की जा सकी है. पहचान की जा रही है.

उन्होंने बताया कि एक टीम का गठन कर आरोपितों की तलाश कर रही है. इधर, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों के हवाले कर दिया है. इधर, स्थानीय लोगों ने कहा कि अपराधी पुलिस के सामने गोली मार भाग गये.

तंबू में घुस गये थे तीन-चार लफंगे

जानकारी के अनुसार खानाबदोश जिंदगी बिताने वाले करीब 20 लोग बख्तियारपुर रेलवे ग्राउंड में तंबू डाल कर रह रहे थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. सोमवार रात सभी सो रहे थे.

इसी दौरान आधी रात को हथियारों से लैस तीन-चार अपराधी तंबू में घुस गये और उस्माना नामक महिला की बेटी से छेड़खानी शुरू कर दी और रेप की कोशिश की. लेकिन उस्माना जग गयी और लफंगों से भिड़ गयी.

इस दौरान लफंगों से हाथापाई हुई. मां ने शोर मचाना शुरू कर दिया और एक लफंगे को पकड़ लिया. इस पर दूसरे लफंगे ने गोली मार दी. इससे मां की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.

इसके बाद वे फरार हो गये. चूंकि महिला की बेटी उस जगह के लिए नयी थी और किसी को नहीं पहचानती थी. इससे लफंगों को नहीं पहचान पायी. मृतका उस्माना देवी के पति का नाम गुरप्पा है.

रहता है असामाजिक तत्वों का जमावड़ा

जिस रेलवे लोको कॉलोनी में यह वारदात हुई है, वहां हमेशा असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. इसके कारण यह शक भी जा रहा है कि उन असामाजिक तत्वों में से ही किसी ने घटना को अंजाम दिया है.

सभी खानाबदोश राजस्थान के जयपुर के चिमनीनामा नामक स्थान के रहनेवाले हैं. इन सभी लोगों का मुख्य पेशा चटाई बनाना व गांव में घूम-घूम कर बेचना है. पीड़ित परिवार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस संलिप्त अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी में जुटी है.

Posted by Ashish Jha

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