चंदन मिश्रा हत्याकांड में शेरू गैंग के शूटरों की हो रही पहचान, जेल से रची गई थी साजिश

Chandan Mishra Murder Case: पटना के पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड में बड़ा खुलासा हो सकता है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शेरू गैंग के शूटर्स की पहचान की जा रही है. बताया जा रहा है कि 10 लाख की सुपारी पर हत्या की साजिश रची गई थी. पुलिस ने पूछताछ और छापेमारी तेज कर दी है.

By Abhinandan Pandey | July 19, 2025 2:54 PM

Chandan Mishra Murder Case: पटना के बहुचर्चित पारस अस्पताल हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के आरोप में शेरू गैंग से जुड़े शूटरों की पहचान हो रही है. इस कार्रवाई को बिहार पुलिस और STF ने मिलकर अंजाम देने में लगी है. ADG कुंदन कृष्णन के मुताबिक, इस हत्या की साजिश बंगाल की जेल में रची गई थी.

जेल से सुपारी, बंगाल में ठिकाना

पुलिस जांच में सामने आया है कि पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह उर्फ ओमकार सिंह ने चंदन मिश्रा को मारने के लिए 10 लाख रुपये में सुपारी दी थी. शेरू और शूटर तौसीफ के बीच दोस्ती पटना के बेउर जेल में हुई थी. जेल से रिहा होते ही तौसीफ से शेरू ने दोबारा संपर्क किया और हत्या की योजना बनाई.

अपार्टमेंट से की गई अस्पताल की रेकी

हत्याकांड से पहले तौसीफ और उसके साथी पटना के समनपुरा में पहुंचे और पारस अस्पताल के पीछे एक अपार्टमेंट में डेरा डाला. वहीं से अस्पताल की रेकी की गई. पुलिस को इस अपार्टमेंट तक पहुंचाने में इलाके के एक स्थानीय बदमाश की भूमिका भी सामने आई है.

पारस अस्पताल का कनेक्शन

जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि तौसीफ का पारस अस्पताल के कुछ स्टाफ से पहले से परिचय था. कुछ महीने पहले उसका एक दोस्त अस्पताल में भर्ती था, तभी से उसका आना-जाना लगा रहता था. अब पुलिस ने पारस अस्पताल प्रशासन से सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों की सूची मांगी है. कई स्टाफ से पूछताछ भी की गई है.

शूटर पहुंचे थे चंदन के गांव

सीसीटीवी फुटेज से जो पांच शूटर सामने आए हैं, उनमें से दो कुछ दिन पहले चंदन मिश्रा के गांव सोनवर्षा भी गए थे. पुलिस ने समनपुरा से जिशान समेत पांच युवकों को हिरासत में लिया है. वहीं, शेरू से पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम जल्द ही पुरुलिया जेल रवाना होगी.

18 जुलाई को दोबारा लौटना था जेल

बता दें, चंदन मिश्रा 3 जुलाई को पेरोल पर बाहर आया था और 18 जुलाई तक उसे दोबारा जेल लौटना था. लेकिन 17 जुलाई को दिनदहाड़े उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस आरा, बक्सर, गया और झारखंड के कई हिस्सों में लगातार छापेमारी कर रही है.

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