पटना में BSSC पास अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन, प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में सभी सीट भरने की मांग

अभ्यार्थियों की मांग थी की प्रथम इंटर स्तरीय में काउंसलिंग करवा चुके 1778 अभ्यर्थियों के साथ न्याय करने व फिजिकल में मौका देने, सभी 13120 सीटो को भरने, वेटिंग लिस्ट जारी करने तथा अगर जरूरत पड़े तो काउंसलिंग के लिए द्वितीय सूची जारी की जाये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2022 9:58 PM

First Inter Level Restoration: पटना में प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में सभी सीटो को भरने की मांग को लेकर बुधवार को बीएसएससी अभ्यर्थियों ने बीएसएससी कार्यालय के पास प्रदर्शन किया. अभ्यर्थी वर्ष 2014 में आयी प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में सभी सीटो को भरने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे.

काउंसिलिंग के लिए द्वितीय सूची जारी करने की मांग 

अभ्यर्थियों का कहना था कि प्रथम इंटर स्तरीय मे काउंसेलिंग करवा चुके 1778 अभ्यर्थियों के साथ न्याय करने व फिजिकल में मौका देने, सभी 13120 सीटों को भरने, वेटिंग लिस्ट जारी करने तथा अगर जरूरत पड़े तो काउंसलिंग के लिए द्वितीय सूची जारी की जाये. अभ्यर्थियों के हंगामा को शांत कराने के लिए मौके पर पुलिस पहुंची. काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ.

13120 पदों पर बहाली होनी थी

अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधि दल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मांगों को रखा. इस दौरान राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में 13120 पदों पर बहाली होनी थी, लेकिन 11329 अभ्यर्थियों की ही मेरिट लिस्ट जारी की गयी और लगभग दो हजार सीटें खाली हैं. काउंसेलिंग करवा चुके 1778 अभ्यर्थियों को मेरिट से बाहर कर दिया गया, जो इन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है. फिजिकल की मात्र 40 सीटों के लिए मेरिट लिस्ट जारी हुई, जबकि लगभग 650 सीटें खाली ही रह गयीं.

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हजारों अभ्यर्थियों की उम्र समाप्त हो गयी

आठ वर्षों से हजारों अभ्यर्थी इस बहाली में लगे हुए हैं. हजारों ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनकी उम्र समाप्त हो गयी. फिजिकल के लिए इन लोगों को बुलाया ही नहीं गया, जबकि इन लोगों की पद प्राथमिकता फिजिकल वाले पद ही थे. पद प्राथमिकता के आधार पर काउंसलिंग के लिए नहीं बुलाया गया, बल्कि मार्क्स के आधार पर बुलाया गया. इस कारण जिनका मार्क्स ज्यादा था, उनको टाइपिंग और फिजिकल दोनों के लिए बुलाया गया, जबकि इन लोगों की पद प्राथमिकता इन पदों के लिए थी ही नहीं. इन्हीं मांगो को लेकर पिछले सप्ताह 20 जुलाई को भी आंदोलन हुआ था. एक बार फिर 27 जुलाई को आंदोलन होगा.

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