BJP विधायक ज्ञानेंद्र ने कहा- तबादलों में BJP मंत्रियों ने खूब लिए पैसा,मंत्रियों के आवास पर डालिये छापा

बिहार में बुधवार को हुए ताबड़तोड़ तबादलों ने बिहार की राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है. एक दिन में 15 सौ से ज्यादा हुए ताबदलों पर विपक्ष से पहले सत्ताधारी दल के विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने ही हमला कर दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2021 6:25 PM

पटना. बिहार में बुधवार को हुए ताबड़तोड़ तबादलों ने बिहार की राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है. एक दिन में 15 सौ से ज्यादा हुए ताबदलों पर विपक्ष से पहले सत्ताधारी दल के विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने ही हमला कर दिया है. उन्होंने भाजपा कोटे के मंत्रियों पर आरोप लगाया कि अफसरों और कर्मियों के तबादलों में उन लोगों ने जमकर घूस ली है. ज्ञानू ने अपनी ही पार्टी से आने वाले मंत्रियों पर घूसखोरी का आरोप लगाया है. ज्ञानू की मानें तो नीतीश कुमार के डर से जदयू से आनेवाले मंत्रियों ने तबादलों में कम घूस ली है.

भाजपा के मंत्रियों ने डटकर लिया पैसा : ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू

भाजपा विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने भाजपा कोटे के मंत्रियों पर आरोप लगाया कि तबादलों के लिए जमकर पैसा लिया है. ज्ञानू की मानें तो उन्हें इसकी पक्की खबर उन अफसरों से ही मिली है, जिनका पैसे लेकर ट्रांसफर किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के 80 फीसदी मंत्रियों ने घूस लिया है और अफसरों को बुला-बुला कर उनसे पैसों की मांग की गई है. लेकिन, जदयू के ज्यादातर मंत्रियों ने नीतीश कुमार के डर से पैसा नहीं लिया है.

पहले भी बगावती बोल बोलते रहे हैं ज्ञानू

ज्ञानू इससे पहले भी भाजपा पर हमला करते रहे हैं. सरकार गठन के दौरान भी मंत्री नहीं बनाये जाने पर उन्होंने भजपा पर मंत्री बनाए जाने में जातीय समीकरणों का ख्याल नहीं रखने का आरोप लगाया था. आज भी उन्होंने अपने दिए बयान में भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व से घूस खाने वाले मंत्रियों को हटाने की मांग की है. जदयू छोड़कर वे 2015 में भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन गुरुवार को वे नीतीश कुमार के प्रति नरम दिए. वे कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे. लेकिन, ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू को जदयू में सम्मान नहीं मिलने पर वे जदयू छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. हाल के दिनों में भाजपा में भी उन्हें तवज्जो नहीं मिल रहे हैं, इसी कारण वे भाजपा के खिलाफ बगावती सुर अपनाये हुए हैं.

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