Bihar STF: इजराइल की तरह अब बिना सामने आए दुश्मन को ढेर करेगी बिहार की STF, 12 अत्याधुनिक हथियारों से होगी लैस

Bihar STF: बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) अब हाईटेक तकनीक से लैस होकर और भी घातक बन रही है. राज्य सरकार ने कॉर्नर शॉट वेपन सिस्टम समेत 12 अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों की खरीद को ₹4.97 करोड़ की मंजूरी दी है. इससे STF की ऑपरेशन क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी.

By Paritosh Shahi | July 6, 2025 7:40 PM

Bihar STF, अनुज शर्मा, पटना: बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) अब अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर और अधिक घातक तथा तकनीकी रूप से सक्षम बनने जा रही है. राज्य सरकार ने एसटीएफ को हाईटेक बनाने के लिए जिन उपकरणों की खरीद की स्वीकृति दी है, उनमें सबसे खास है ‘कॉर्नर शॉट वेपन सिस्टम’. यह ऐसा हथियार है जो जवान को सामने आए बिना ही दुश्मन को ढेर करने की ताकत देगा. यह इजरायली तकनीक पर आधारित विशेष प्रणाली है, जो आमतौर पर सिर्फ इंटरनेशनल स्पेशल फोर्सेज के पास होती है.

कितना सक्षम होता है

कॉर्नर शॉट एक ऐसा हथियार है जिसे कोने से मोड़कर चलाया जा सकता है. यह सामने मौजूद खतरे से जवान को बचाते हुए मोड़ के पीछे छिपे दुश्मन को निशाना बनाने में सक्षम होता है. इसमें एक कैमरा, स्क्रीन और ट्रिगर सिस्टम होता है, जिससे ऑपरेटर सुरक्षित स्थान से ही लक्ष्य पर सटीक गोली चला सकता है. बिहार एसटीएफ के लिए इसकी दो यूनिट खरीदी जा रही हैं. इससे न केवल जान का जोखिम कम होगा, बल्कि शहरी घेराबंदी और बंधक जैसी परिस्थितियों में ऑपरेशन अधिक प्रभावी होगा.

एसटीएफ को कई ऐसे हथियार और उपकरण मिलने जा रहे हैं जो अब तक राज्य पुलिस के पास नहीं थे. अंधेरे में ऑपरेशन के लिए नाइट विजन डिवाइस (एनवीडी), छिपे हुए अपराधियों का पता लगाने के लिए वॉल रडार सिस्टम और बिना जान लिए अपराधियों को बेअसर करने वाला एनएलआइडी जैसे अत्याधुनिक सिस्टम अब एसटीएफ के पास होंगे. इनका इस्तेमाल नक्सल प्रभावित इलाकों से लेकर संगठित आपराधिक गिरोहों के सफाए तक में किया जाएगा.

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रात के अंधेरे में भी ऑपरेशन संभव

नाइट विजन डिवाइस की 10 यूनिट एसटीएफ को मिलेंगी, जिनसे रात के अंधेरे में भी ऑपरेशन संभव हो सकेगा. वहीं 10 यूनिट एनएलआइडी (नॉन लीथल इनकैपेसिटिंग डिवाइस) बिना गोली चलाए अपराधी को निष्क्रिय करने में मदद करेंगे. वॉल रडार सिस्टम दीवारों के आरपार गतिविधि को पहचानने वाला रडार है, जिससे घेराबंदी या इमारत में छिपे अपराधियों की सटीक जानकारी मिलेगी.

इसके अलावा एसटीएफ को एलइडी ड्रैगन लाइट, 5 वॉट डिजिटल वॉकी-टॉकी, टैक्टिकल गॉगल्स, डे बाइनाकुलर, जीपीएस ट्रैकर, टैक्टिकल गियर (बुलेटप्रूफ वेस्ट) और लाइटवेट टेंट भी मिलेंगे, जो हर प्रकार के अभियान को तकनीकी रूप से बेहतर और सुरक्षात्मक बनाएंगे.

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₹4.97 करोड़ की मंजूरी, 12 आइटमों की खरीद

राज्य सरकार ने हथियारों की खरीद के लिए 12 अगस्त 2024 को स्वीकृति दी थी. कुछ उपकरणों की खरीद पहले ही की जा चुकी है. शेष बचे उपकरणों की खरीद के लिए पुलिस मुख्यालय को ₹4,97,03,525 की पुनः स्वीकृति दी गई है. 13 जून 2025 को भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर 12 प्रकार के हथियार-उपकरणों की खरीद की जाएगी.