Bihar Pink Bus Service: महिलाओं के लिए 80 नई पिंक बसें, महिला आयोग ने की महिला आयोग
Bihar Pink Bus Service: पटना की सड़कों पर अब और भी सुरक्षित व आरामदायक सफर कर सकेंगी महिलाएं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिंक बस सेवा के दूसरे चरण में 80 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने खुद इन बसों का निरीक्षण कर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया.
Bihar Pink Bus Service: बिहार में महिलाओं की यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना से पिंक बस सेवा के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए 80 नई बसों को लॉन्च किया. ये बसें पूरी तरह से महिला यात्रियों के लिए समर्पित होंगी.
इस मौके पर बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने भी पिंक बसों का निरीक्षण किया और सुरक्षा इंतजामों से संतोष जताया.
महिला आयोग अध्यक्ष ने की जांच
महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने पिंक बस का पूरा निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है क्योंकि यह न सिर्फ महिलाओं को सुरक्षित परिवहन देगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभाएगा.
“बस में मौजूद हर सुविधा महिलाओं को ध्यान में रखकर दी गई है. यह महिलाओं के लिए आत्मविश्वास और स्वतंत्रता की नई उड़ान है,” उन्होंने कहा.
क्या-क्या होंगी सुविधाएं
नई पिंक बसों में महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई आधुनिक इंतज़ाम किए गए हैं. इनमें शामिल हैं:
22 आरामदायक सीटें और सीट बेल्ट का विकल्प
सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम
आपातकालीन पैनिक बटन
मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट
सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन
प्राथमिक उपचार किट
इन सुविधाओं से यह सुनिश्चित किया गया है कि महिला यात्री न केवल आरामदायक यात्रा कर सकें, बल्कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद पा सकें.
महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम
अप्सरा मिश्रा ने कहा कि पिंक बस सेवा महिलाओं के लिए सिर्फ परिवहन का साधन नहीं, बल्कि उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उठाया गया एक कदम है.
उन्होंने कहा, “जब महिलाएं सुरक्षित महसूस करती हैं, तभी वे पढ़ाई, नौकरी और अन्य जिम्मेदारियों के लिए सहजता से आगे बढ़ सकती हैं. यह सेवा उन्हें यही भरोसा देती है.”
मई 2025 में हुई थी शुरुआत
पिंक बस सेवा का पहला चरण मई 2025 में शुरू किया गया था. उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 सीएनजी पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई थी. इनमें से आठ बसें फिलहाल पटना शहर में संचालित हो रही हैं. अब दूसरे चरण के बाद पिंक बसों की संख्या 100 हो गई है. इससे महिला यात्रियों को अधिक विकल्प और बेहतर सुविधा मिलेगी.
सुरक्षा पर खास फोकस
पटना जैसे व्यस्त शहरी इलाकों में महिलाओं के लिए अलग से बस सेवा की शुरुआत को एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. महिला आयोग ने साफ कहा है कि सुरक्षा और सुविधा दोनों मामलों में पिंक बस सेवा संतोषजनक है. साथ ही आयोग ने संकेत दिए हैं कि समय-समय पर इन बसों की जांच जारी रहेगी, ताकि महिलाओं को कभी भी असुविधा का सामना न करना पड़े.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस कदम से साफ है कि सरकार महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर खास फोकस कर रही है. पिंक बस सेवा न केवल महिलाओं के लिए भरोसे की सवारी बनेगी, बल्कि यह संदेश भी देगी कि महिलाएं बिना डर और झिझक के शहर में अपनी मंजिल तक पहुंच सकती हैं.
