Bihar News: मुजफ्फरपुर में महिलाओं की श्वेत क्रांति, 13 करोड़ के पार पहुंचा वार्षिक टर्न ओवर

Bihar News: इंटरनेशनल मार्केट एंड रिसर्च कंसल्टिंग ग्रुप की हाल ही में आयी रिपोर्ट के अनुसार दूध उत्पादन के मामले में बिहार ने 2024 में 6 मिलियन टन का आंकड़ा पार किया, जिसमें मुजफ्फरपुर का हिस्सा 8 से 10 फीसदी है.

By Ashish Jha | November 26, 2025 11:49 AM

Bihar News: मुजफ्फरपुर. जिले के डेयरी उद्योग को अब आधी आबादी समृद्ध कर रही हैं. इसमें जीविका दीदियों की बड़ी भागीदारी है. इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं. बैंकों से ऋण लेकर दीदियों ने गाय-भैसों की खरीद की और अपना उद्योग शुरू किया. जिले में करीब 25 हजार दीदियां डेयरी उदयोग से जुड़ी हैँ. जीविका की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार दीदियों का टर्नओवर सालाना 13.77 करोड़ है और एक दीदी को औसतन 11 हजार की मासिक आय हो रही है. वर्ष 2017 से शुरू हुए इस अभियान में दीदियां रोज करीब दो लाख लीटर से अधिक दूध का उत्पादन कर रही हैं. जिले के मीनापुर, कटरा और मुशहरी में 500 से अधिक मिल्क पुलिंग पॉइंट्स हैं, जहां दीदियों को ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है.

सुधा डेयरी से डेढ़ लाख परिवारों को लाभ

बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ के तहत संचालित सुधा डेयरी का मुजफ्फरपुर प्लांट दैनिक 2.9 लाख लीटर दूध की क्षमता वाला पूर्वी भारत का एक प्रमुख संयंत्र है. बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार इस प्लांट से जुड़े उत्तर बिहार के लगभग 1.5 लाख ग्रामीण परिवारों को सीधा लाभ पहुंच रहा है, जिनमें 70 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं. इंटरनेशनल मार्केट एंड रिसर्च कंसल्टिंग ग्रुप की हाल ही में आयी रिपोर्ट के अनुसार दूध उत्पादन के मामले में बिहार ने 2024 में 6 मिलियन टन का आंकड़ा पार किया, जिसमें मुजफ्फरपुर का हिस्सा 8 से 10 फीसदी है.

23-35 फीसदी तक सब्सिडी

डेयरी उद्योग के लिये केंद्र सरकार दे रही सब्सिडी डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन, डेयरी प्रसंस्करण और उद्यमिता विकास के क्षेत्र में कई केंद्रीय योजनाएं चल रही हैं. इसमें डेयरी उद्यमिता विकास योजना, राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय डेयरी योजना और सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना चलायी जा रही है. सभी योजनाओं में 23-35 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है. इसके अलावा नाबार्ड द्वारा पशुओं की खरीद और सेटप की कुल लागत का 20 से 25 फीसदी तक अनुदान दिया जा रहा है़ इन योजनाओं का उद्देश्य जिले में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना है.

डॉ वर्गीज कूरियन की जयंती पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

राष्ट्रीय दुग्ध दिवस डॉ वर्गीज कूरियन की जयंती के रूप में मनाया जाता है. डॉ वर्गीज कूरियन को भारत के दुग्ध क्रांति का जनक भी कहा जाता है. इन्होंने ऑपरेशन फ्लड चलाया, जिससे दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हुई. इनकी 93 जयंती पर भारतीय डेयरी संघ ने पहली बार 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया. इसके बाद हर साल यह दिवस मनाया जाता है.

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