Bihar News: बिहार को मिले ये दो नए रामसर साइट, यहां आने वाले टूरिस्टों को मिलेगा बेहद खास नजारे का मजा

Bihar News: बिहार को दो नए रामसर स्थल मिल गए हैं. बक्सर जिले का गोकुल जलाशय और पश्चिम चंपारण जिले का उदयपुर झील लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. अब तक बिहार में रामसर स्थलों की संख्या टोटल 5 हो गई है.

By Preeti Dayal | September 28, 2025 3:06 PM

Bihar News: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई जगहों को डेवलप कर आकर्षक बनाया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार को दो नए रामसर स्थल मिल गए हैं, जो लोगों को खूब अट्रैक्ट कर रहे. दरअसल, बक्सर जिले का गोकुल जलाशय जो कि 448 हेक्टेयर में फैला है और पश्चिम चंपारण जिले का उदयपुर झील जो कि 319 हेक्टेयर में फैला है, दोनों को रामसर साइट का दर्जा मिल गया है.

अब राज्य में टोटल 5 रामसर साइट

जानकारी के मुताबिक, अब राज्य में टोटल रामसर साइट की संख्या 5 हो गई है. बिहार के लिए यह उपलब्धि जैव विविधता संरक्षण और जलवायु संतुलन को लेकर बेहद खास माना जा रहा है. इसके साथ ही रामसर साइट का दर्जा मिलने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकेगा. यहां लोग खूबसूरत नजारों का आनंद ले सकेंगे.

गोकुल जलाशय लोगों के लिए बेहद खास

बक्सर जिले के गोकुल जलाशय की बात करें तो, यह गंगा नदी की बाढ़ से निर्मित एक महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि है. हालांकि, गर्मियों के वक्त यह जगह दलदली क्षेत्र और खेती करने लायक जमीन में बदल जाती है. लेकिन, मानसून के वक्त पानी भर जाता है, जिससे नजारा मनोरम हो जाता है. बाढ़ के समय यह ग्रामीणों के लिए प्राकृतिक बफर का काम करता है. जानकारी के मुताबिक, यहां 50 से अधिक पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं. स्थानीय लोग मछली पालन, सिंचाई और खेती के लिए इस पर निर्भर हैं.

उदयपुर झील में पाई जाती है इतनी प्रजातियां

इसके साथ ही पश्चिम चंपारण जिले के उदयपुर झील की बात करें तो, यह एक प्राकृतिक ऑक्सबो झील है. यह झील उदयपुर वन्यजीव अभयारण्य से घिरी है. जानकारी के मुताबिक, यहां 280 से अधिक वनस्पति प्रजातियां और 35 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. इसके साथ ही असुरक्षित श्रेणी की कॉमन पोचार्ड जैसी प्रजातियां भी शामिल हैं. इस तरह से यह दोनों रामसर स्थल बेहद खास मानी जा रही है.

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