Bihar News : दुर्गा पूजा पंडाल में मौत बनकर घुसी स्कॉर्पियो, पुजारी की जान गई, चार श्रद्धालु घायल
Bihar News : आरती की गूंज के बीच गूंज उठी चीखें, तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने पूजा पंडाल में मचा दी तबाही…
Bihar News : गुरुवार की शाम बायसी थाना क्षेत्र के मीनापुर पंचायत के बैरिया सरबजिया गांव में दुर्गा पूजा का अंतिम दिन चल रहा था. पंडाल में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी थी. इसी बीच एक स्कॉर्पियो अचानक तेज रफ्तार में आई और अनियंत्रित होकर सीधे भीड़ में जा घुसी. गाड़ी ने पांच लोगों को रौंदते हुए पंडाल की सजावट को चकनाचूर कर दिया और फिर पास के खेत में जाकर पलट गई.
कुछ ही पलों में पूजा स्थल पर अफरातफरी मच गई. जहां कुछ देर पहले मां दुर्गा की आरती की गूंज थी, वहां अचानक चीख-पुकार और भगदड़ का दृश्य बन गया. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. कई श्रद्धालु सदमे में थे और कुछ घायल लोगों की मदद में जुट गए.
पुजारी की मौके पर मौत, चार घायल जीएमसीएच में भर्ती
इस दर्दनाक दुर्घटना में मंदिर के पुजारी भागवत महलदार (60 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई. वे बैरिया सरबजिया टोला के ही निवासी थे और कई वर्षों से दुर्गा पूजा की सेवा में जुड़े थे. उनकी अचानक हुई मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
घटना में चार अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. स्थानीय लोगों की मदद से सभी को तत्काल पूर्णिया जीएमसीएच भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है. हादसे के झटके से पंडाल में लगे लाउडस्पीकर, सजावट और अन्य संरचनाएं बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं.
फरार चालक की तलाश में जुटी पुलिस, गांव में तनाव
हादसे को अंजाम देने के बाद स्कॉर्पियो का चालक मौके से फरार हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चालक भी इसी गांव का निवासी है, जिसके चलते लोगों में गुस्सा और भी बढ़ गया है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने में जुट गई. मृतक पुजारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. साथ ही फरार चालक की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है.
हादसे के बाद हजारों की संख्या में लोग मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में जमा हो गए. वातावरण में गहरा तनाव है और पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने.
भक्ति के बीच हादसे ने छोड़ा गहरा घाव
दुर्गा पूजा बिहार के गांवों में सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और उत्सव का प्रतीक मानी जाती है. लेकिन इस हादसे ने बायसी के बैरिया सरबजिया गांव में खुशियों को गहरे दुख में बदल दिया. हर साल की तरह इस बार भी विसर्जन की तैयारी पूरे उत्साह से की जा रही थी, परंतु कुछ ही सेकंड में दृश्य पूरी तरह बदल गया.
गांव के लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूजा पंडालों के आसपास यातायात नियंत्रण की सख्त व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि अनियंत्रित वाहनों से कोई अनहोनी न हो.
