Bihar News: बिहार का ऐसा रेलवे स्टेशन जहां पूरे साल में सिर्फ 15 दिन रुकती है ट्रेन, जानिए क्या है वजह…
Bihar News: बिहार में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां पर ट्रेन सिर्फ 15 मिनट ही रुकती है. इस स्टेशन पर टिकट काउंटर भी नहीं है. उस रेलवे स्टेशन का नाम अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन है, जो कि औरंगाबाद जिले में स्थित है. क्या कुछ इसकी वजह है, आइए जानते है...
Bihar News: बिहार के औरंगाबाद जिले में एक ऐसा अनोखा रेलवे स्टेशन है, जहां पर ट्रेन सिर्फ 15 दिन ही रुकती है. इसके अलावा बाकी के दिन ट्रेन सरपट इस स्टेशन से होकर बिना रुके गुजर जाती है. दरअसल, इस स्टेशन का नाम अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन है. यह स्टेशन अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन से 1.5 किलोमीटर पहले ही आता है.
पुनपुन नदी का घाट होना है खास
अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन के पास पुनपुन नदी का घाट है, जिसकी वजह से काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पितृपक्ष के दौरान पहुंचते हैं. ऐसे में अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन पर इसी पितृपक्ष के दौरान सिर्फ 15 दिनों के लिए ही ट्रेन रुकती है. इसके अलावा बाकी के दिनों में यह स्टेशन सुनसान ही रहता है. यहां से ट्रेन बिना रुके फर्राटा भरते निकल जाती है. इस स्टेशन पर तो टिकट काउंटर भी नहीं है.
अभी 8 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का होगा ठहराव
जानकारी के मुताबिक, यह स्टेशन पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेलवे जंक्शन (मुगलसराय) और गयाजी के बीच में पड़ता है. 7 सितंबर से पितृपक्ष की शुरूआत हुई, जिसके बाद यह 21 सितंबर तक चलेगा. ऐसे में इस अवसर पर टोटल 8 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें रुक रही है. जबकि एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव इस स्टेशन पर नहीं होता है.
ऐसे लेते हैं ट्रेन का टिकट
इस स्टेशन पर टिकट काउंटर नहीं होने की वजह से पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेलवे जंक्शन (मुगलसराय) की तरफ से आने वाले लोग गयाजी का टिकट लेते हैं और बीच में यहां उतरकर पूजा-पाठ कर लेते हैं. इसके बाद फिर वापस उसी टिकट से दूसरी ट्रेन पकड़कर गयाजी चले जाते हैं.
क्या है धार्मिक मान्यता?
स्टेशन के पुनपुन घाट पर स्थित होने के कारण धार्मिक मान्यता है कि गयाजी में पिंडदान से पहले पुनपुन नदी में प्रथम श्राद्ध करना जरूरी है. इसलिए श्रद्धालु पुनपुन नदी में श्राद्ध करने के बाद गयाजी में पिंडदान के लिए जाते हैं. इसी वजह से अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन पर 15 दिनों के लिए ट्रेन रुकती है.
