पटना का मोइनुल हक स्टेडियम बनेगा इंटरनेशनल क्रिकेट कॉम्प्लेक्स, जानिए खिलाड़ियों को क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
Patna News: पटना के ऐतिहासिक मोइनुल हक स्टेडियम को इंटरनेशनल क्रिकेट कॉम्प्लेक्स में बदलने की तैयारी तेज हो गई है. जनवरी अंत से पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी, हालांकि यह प्रोजेक्ट पहले ही एक साल लेट हो चुका है.
Patna News: पटना के ऐतिहासिक मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट कॉम्प्लेक्स में बदलने की प्रक्रिया अब एक बार फिर रफ्तार पकड़ने जा रही है. स्टेडियम का पुनर्निर्माण कार्य जनवरी के अंत से शुरू होने की तैयारी है. लखनऊ की कंपनी सिवांस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड को इस परियोजना का जिम्मा दिया गया है, जो इसे एक आधुनिक इंटरनेशनल क्रिकेट कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित करेगी. इस परियोजना पर करीब 4.98 करोड़ रुपये खर्च होंगे. अधिकारियों के अनुसार, 20 दिनों के भीतर निर्माण एजेंसी के साथ एग्रीमेंट साइन होने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा.
2029 तक बनकर हो जाएगा तैयार
बिहार सरकार ने यह स्टेडियम 30 वर्षों के लिए बीसीसीआई को सौंप दिया है. हालांकि, यह प्रोजेक्ट जनवरी 2025 में ही शुरू होना था, लेकिन विभिन्न कारणों से इसमें देरी होती रही. इस तरह यह परियोजना करीब एक साल लेट हो चुकी है. अब इसकी नई डेडलाइन वर्ष 2029 तय की गई है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के अध्यक्ष हर्षवर्द्धन ने बताया कि जनवरी 2026 में पुनर्निर्माण कार्य का औपचारिक शिलान्यास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह परिसर पूरी तरह क्रिकेट के लिए डेडिकेटेड होगा और यहां दो क्रिकेट मैदान विकसित किए जाएंगे.
खिलाड़ियों को क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं?
नए स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मानकों की सुविधाएं होंगी. इसमें 40 हजार दर्शकों की बैठने की क्षमता, आधुनिक ड्रेसिंग रूम, घरेलू और विजिटिंग टीमों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं, जिम, स्पा, फिजियो रूम और भोजन की विशेष सुविधा शामिल होगी. ऑफ-सीजन अभ्यास के लिए इनडोर क्रिकेट सुविधा, टेनिस कोर्ट, प्रैक्टिस नेट, कॉन्फ्रेंस हॉल, सेमिनार और वर्कशॉप हॉल, वीडियो एनालिसिस रूम और फिजियो सेंटर बनाए जाएंगे. क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन, वॉलीबॉल कोर्ट, फाइव स्टार होटल और खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक हॉस्टल की भी योजना है.
आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम से लैस होगा स्टेडियम का मैदान
स्टेडियम का मुख्य मैदान रेत आधारित आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम से लैस होगा, जिससे बारिश के पानी की निकासी और उसके पुनः उपयोग की व्यवस्था की जाएगी. कुल 31.25 एकड़ क्षेत्र में फैले परिसर में पहले चहारदीवारी बनाई जाएगी और चार मुख्य गेट अलग-अलग लेन के माध्यम से प्रवेश और निकास के लिए होंगे. इसके साथ ही एक डेडिकेटेड क्रिकेट एकेडमी भी स्थापित की जाएगी.
कुछ बाधाएं भी आ रहीं सामने
निर्माण कार्य में कुछ बड़ी बाधाएं भी सामने हैं. स्टेडियम के मुख्य गेट के सामने मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन बन रहा है, जिसका काम दिसंबर 2026 तक चलने की संभावना है. वहीं, दक्षिण-पूर्वी हिस्से में चल रहा कदमकुआं थाना और जब्त वाहनों का कबाड़, तथा उत्तर दिशा में SAI का हॉस्टल और ट्रेनिंग सेंटर भी पुनर्निर्माण की योजना को प्रभावित कर सकते हैं. इन चुनौतियों के बावजूद प्रशासन और बीसीए को उम्मीद है कि मोइनुल हक स्टेडियम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नक्शे पर मजबूती से उभरेगा.
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