Bihar News: पाकिस्तान का पहचान पत्र लेकर बिहार में पकड़ा गया कानपुर का जलाल

Bihar News: नेपाल की सरहद से लगे मधुबनी जिले के एक छोटे से कस्बे में देर रात पुलिस की कार्रवाई ने पूरे इलाके को हिला दिया. एक शख्स पकड़ा गया जिसके पास पाकिस्तान का पहचान पत्र था. सवाल उठे—वह कौन है? कहां से आया? और उसके पास ये दस्तावेज आखिर आए कैसे?

By Pratyush Prashant | September 14, 2025 12:39 PM

Bihar News: बिहार के मधुबनी जिले के लौकहा थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ पुलिस और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी चौंका दिया है. पुलिस ने शुक्रवार देर रात 55 वर्षीय जलाल अहमद लारी को हिरासत में लिया.

वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है, लेकिन उसके पास से भारत, नेपाल और पाकिस्तान—तीनों देशों के पहचान पत्र मिले हैं. अब सवाल यही है कि आखिर जलाल कौन है और उसके पास विदेशी दस्तावेज क्यों थे?

लौकहा से उठी सनसनी

लौकहा, जो नेपाल की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है, संवेदनशील माना जाता है. यहीं से जलाल अहमद लारी की गिरफ्तारी हुई. आईबी की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की और उसके पास से पाकिस्तान का पहचान पत्र मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. सीमा पर रहने वाले लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं और सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह सतर्क हो गईं.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक जलाल अहमद लारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर का निवासी है. कभी वह चमड़े का कारोबार करता था और उसकी फैक्ट्री भी थी, लेकिन वह अब बंद हो चुकी है. कारोबार बंद होने के बाद उसने अपनी जमीन-जायदाद का कुछ हिस्सा नेपाल और लौकहा में खरीद लिया था. इसी की देखरेख के लिए वह अक्सर इस इलाके में आता-जाता रहता था. हाल के दिनों में वह लौकहा में ही रह रहा था.

तीन देशों के दस्तावेज एक साथ

तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि जलाल के पास भारत का पहचान पत्र तो था ही, साथ ही नेपाल और पाकिस्तान के दस्तावेज भी मिले. यह बात सबसे बड़ी हैरानी का कारण बनी. आखिर एक ही व्यक्ति के पास तीन अलग-अलग देशों के पहचान पत्र कैसे हो सकते हैं? इन दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह उनका इस्तेमाल किन परिस्थितियों में करता था.

पाकिस्तान का पहचान पत्र मिलना अपने आप में गंभीर मामला माना जा रहा है, खासकर तब, जब यह क्षेत्र नेपाल सीमा से जुड़ा हुआ हो. सीमावर्ती इलाके में किसी भी संदिग्ध गतिविधि को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देखा जाता है. यही वजह है कि खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने तुरंत सतर्कता बढ़ा दी है. अब इस बात की जांच की जा रही है कि जलाल का किसी संदिग्ध संगठन से कोई संबंध है या नहीं.

जांच से खुल सकते हैं राज

जलाल अहमद लारी की गिरफ्तारी और उसके पास से मिले दस्तावेजों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि ये दस्तावेज असली हैं या फर्जी. अगर ये असली हैं, तो फिर उसके पाकिस्तान से किस तरह के संबंध रहे हैं? और अगर फर्जी हैं, तो इन्हें बनाने के पीछे किस तरह की मंशा थी? इस जांच से आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.

इस घटना ने पूरे लौकहा और आसपास के इलाकों में हलचल मचा दी है. लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं. कोई कहता है कि जलाल का आतंकवादी संगठनों से संबंध हो सकता है, तो कोई मानता है कि वह जमीन-जायदाद के विवाद से बचने के लिए अलग-अलग पहचान पत्र रखता था. हालांकि पुलिस अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है और जांच जारी है.

पुलिस ने क्या कहा?

फुलपरास के डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि जलाल अहमद लारी से गहन पूछताछ की जा रही है. उसके पास से मिले विदेशी दस्तावेजों की भी जांच हो रही है. डीएसपी ने कहा, “हिरासत में लिए गए व्यक्ति के पास पाकिस्तान का पहचान पत्र मिला है. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उसके पास यह कैसे आया और इसका इस्तेमाल वह किस मकसद से करता था. जांच पूरी होने के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी.

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