Bihar News: बिहार के इन 10 जिलों में बनाए गए हाइटेक परीक्षा सेंटर, जानिए और क्या कुछ मिलेंगी अभ्यर्थियों को सुविधाएं
Bihar News: बिहार के 10 जिलों में 'आदर्श परीक्षा केंद्र' बनाए गए हैं, जहां अभ्यर्थियों के लिए हाइटेक सुविधाएं रहेंगी. इसमें टोटल 11,392 परीक्षार्थी परीक्षा दे सकेंगे. परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने को लेकर इन जिलों में नए परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
Bihar News: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ‘आदर्श परीक्षा केंद्र’ बनाया है. समिति ने राज्य के 9 शहरों में पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 10 हाइटेक परीक्षा सेंटर स्थापित कर लिया है. ये सेंटर राज्य के 9 प्रमंडलों में तैयार किये गये हैं. इसमें टोटल 11,392 परीक्षार्थियों के बैठकर परीक्षा देने की क्षमता है.
इस उद्देश्य से बनाए गए परीक्षा केंद्र
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक नई पहल की है. अब राज्य में ‘आदर्श परीक्षा केंद्र’ स्थापित किये जा रहे हैं. इन केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुरूप तैयार किया गया है, ताकि परीक्षा पूरी तरह सुरक्षित और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न हो सके.
बिहार के 10 जिलों में बने परीक्षा सेंटर
बिहार बोर्ड ने पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मुंगेर, सहरसा, छपरा, पूर्णिया और बापू परीक्षा परिसर (पटना) के साथ कई जिलों में टोटल 11,392 सीटों की व्यवस्था की है. केवल पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में ही 1,168-1,168 सीटें उपलब्ध कराई गई हैं. इन परीक्षा सेंटरों पर कंप्यूटर आधारित परीक्षा और पेपर आधारित परीक्षा दोनों के लिए पूरी सुविधा होगी.
एआई संचालित सीसीटीवी कैमरे लगे
इसके साथ ही सभी रूम में एआई संचालित सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जायेगी और किसी भी तरह की गड़बड़ी या नकल की संभावना को पूरी तरह समाप्त करने की कोशिश की गयी है. साथ ही, परीक्षार्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की जायेगी.
किस जिले में कितनी सीटें?
9 प्रमंडलों में पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में 1168-1168 सीटें, मुंगेर और सहरसा में 620-620 सीटें, छपरा में 692 सीटें, पूर्णिया में 640 सीटें और बापू परीक्षा परिसर पटना में 2890 परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था की गयी है.
बोर्ड पर बढ़ा विद्यार्थियों का भरोसा
आनंद किशोर ने बताया कि बिहार बोर्ड ने हाल के वर्षों में परीक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए कई बदलाव किये हैं. चाहे वो तकनीक की मदद से कॉपियों का मूल्यांकन हो या फिर परीक्षा परिणाम में तेजी. इन सभी बदलावों की वजह बोर्ड पर विद्यार्थियों का भरोसा भी बढ़ा है.
