बिहार में खुलेगी 32 मिट्टी जांच प्रयोगशाला, किसानों को होगा बड़ा फायदा
Bihar News: राज्य में किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच तुरंत हो सके, इसके लिए 32 नई अनुमंडलीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला खोली जाएगी. इनकी स्थापना प्रखंड कृषि कार्यालय में की जाएगी.
Bihar News: राज्य में किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच तुरंत हो सके, इसके लिए 32 नई अनुमंडलीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला खोली जाएगी. इस कड़ी में वित्त वर्ष 2025-26 में गोपालगंज, भभुआ, नवादा, भोजपुर, कटिहार, वैशाली, खगड़िया, अररिया, समस्तीपुर, गयाजी, प. चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर, पूर्णिया, मुंगेर, मधेपुरा में 1-1 और रोहतास, सुपौल, मधुबनी, सारण, पटना, पू. चंपारण, सीतामढ़ी में 2-2 प्रयोगशाला खोलने की तैयारी है. इनकी स्थापना प्रखंड कृषि कार्यालय में की जाएगी.
रेफरल प्रयोगशाला के रूप में विकसित होंगे ये विवि
मिली जानकारी के अनुसार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि, पूसा (समस्तीपुर), बिहार कृषि विवि, मिट्टी (भागलपुर) तथा केन्द्रीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, पटना को रेफरल प्रयोगशाला के रूप में विकसित किया जाएगा. वर्तमान में 9 चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं हैं. इस संबंध में कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अब तक 2.26 लाख मिट्टी नमूने जांच के लिए मिले हैं. जिसमें से 70,971 नमूनों की जांच हो चुकी है. इसके आधार पर किसानों को 74,113 मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए हैं.
इन जिलों में खुलेंगी नई प्रयोगशालाएं
साथ ही उन्होंने बताया कि किसानों को मिट्टी की गुणवत्ता और उर्वरक उपयोग की वैज्ञानिक जानकारी मिल रही है. जैव उर्वरक एवं कार्बनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच के लिए केवल एक प्रयोगशाला पटना में स्थित है. साल 2025-26 में भागलपुर, सहरसा और मुजफ्फरपुर में एक-एक नई जैव एवं कार्बनिक उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला खोली जाएगी.
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प्रखंड स्तर पर खुलेंगी 470 नई प्रयोगशालाएं
अभी राज्य के 64 प्रखंडों में 72 ग्राम स्तरीय प्रयोगशालाएं स्थित हैं. साल 2025-26 में हर प्रखंड में एक-एक ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत कुल 470 नई प्रयोगशाला खोली जाएंगी.
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