Bihar:जीविका दीदियों को 15 हजार से दो लाख रुपये तक का मिलेगा कर्ज
Bihar: बिहार में जीविका बैंक स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को तीन तरह के लोन देगी. जिसमें 15 हजार, 75 हजार और अधिकतम दो लाख के लोन होंगे. सालाना 12 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन दिये जाएंगे.
Bihar: जीविका बैंक से शुरुआती दौर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के लिए तीन तरह के लोन उपलब्ध कराए जाएंगे. इनमें 15 हजार, 75 हजार और अधिकतम दो लाख के लोन होंगे. सलाना 12 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन दिए जाएंगे.
जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के प्रबंध समिति की गुरुवार को हुई पहली बैठक में निर्णय लिया गया. लोन चुकाने के लिए अलग-अलग समय सीमा तय की गई है. 15 हजार के लोन एक वर्ष 75 हजार के दो वर्ष और दो लाख के लोन चुकाने के लिए अधिकतम तीन वर्ष का समय मिलेगा.
महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की पहल
बिहार में महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत ‘जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड’ शुरुआती दौर में जीविका दीदियों को 15 हजार रुपये से दो लाख तक का
कर्ज मुहैया करायेगा. इसमें 15 हजार रुपये, 75 हजार रुपये और अधिकतम दो लाख रुपये के ऋण होगे. प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत की ब्याज दर पर यह ऋण उपलब्ध होगा. ऋण चुकाने की अलग-अलग समय सीमा तय की गयी है. 15 हजार रुपये के ऋण को चुकाने के लिए एक वर्ष 75 हजार के ऋण के लिए दो वर्ष और दो लाख रुपये के ऋण के लिए अधिकतम तीन वर्ष का समय दिया जायेगा.
गुरुवार को प्रबंध समिति की हुई पहली बैठक में आगामी तीन माह की कार्य योजनाओं को स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा ने बताया कि सहकारी संघ के संचालन की पूरी जिम्मेदारी जीविका दीदियों को सौंपी गई है. उन्होंने जानकारी दी कि बिहार सरकार द्वारा इस निधि के लिए 105 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई गई है, जिसमें स्थापना मद के लिए 5 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.
सरकार ने जीविका निधि के लिए उपलब्ध कराये 105 करोड़ रुपये
बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा ने बताया कि जीविका निधि के सफल संचालन हेतु मंत्रिमंडल से कुल 653 पदों पर प्रतिनियुक्ति अथवा संविदा पर नियुक्ति की स्वीकृति मिल चुकी है. बिहार सरकार द्वारा जीविका निधि में कूल 105 करोड़ की राशि उपलब्ध करा दी गयी है. इसमें स्थापना मद के लिए पांच करोड़ रुपये भी शामिल है जबकि अगले कुछ ही महीनों में जीविका निधि के लिए दो हजार से तीन हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था करने का लक्ष्य है.
अधिकारियों ने बताया कि यह जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए बैंक की तरह काम करेगा. इसके माध्यम से जीविका समूह की महिलाओं को उनकी व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुरूप बैंक द्वारा किफायती ब्याज एक दर पर ऋण उपलब्ध कराया जायेगा. प्रबंध समिति की पहली बैठक में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एसएलबीसी के वरीय अधिकारी समेत कई अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा ने बैठक में बताया कि इस संगठन के संचालन की पूरी जिम्मेदारी जीविका दीदियों के हाथ में होगी.
