बिहार में गहरा रहा भू-जल संकट, अलार्म की स्थिति के बावजूद कोई पॉलिसी नहीं, जानें किन जिलों पर मंडरा रहा खतरा

राज्य भर में भू -जल का दोहन तेजी से हो रहा है. इसके बावजूद कोई पॉलिसी अब तक नहीं बनी है. ऐसे में एक बार फिर से पीएचइडी की ओर से 15 मई तक जारी रिपोर्ट में 11 जिलों के भू -जल स्तर में छह फुट तक गिरावट दर्ज की गयी है. इसमें सबसे अधिक चिंताजनक स्थिति कैमूर जिले की है, जहां जल स्तर छह फुट नीचे चला गया है.रिपोर्ट के बाद पीएचइडी ने जिलों में तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जहां जल स्तर में गिरावट हुई है, वहां पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था पहले की तरह शुरू कर दी जाये.

By Prabhat Khabar News Desk | May 23, 2021 2:29 PM

राज्य भर में भू -जल का दोहन तेजी से हो रहा है. इसके बावजूद कोई पॉलिसी अब तक नहीं बनी है. ऐसे में एक बार फिर से पीएचइडी की ओर से 15 मई तक जारी रिपोर्ट में 11 जिलों के भू -जल स्तर में छह फुट तक गिरावट दर्ज की गयी है. इसमें सबसे अधिक चिंताजनक स्थिति कैमूर जिले की है, जहां जल स्तर छह फुट नीचे चला गया है.रिपोर्ट के बाद पीएचइडी ने जिलों में तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जहां जल स्तर में गिरावट हुई है, वहां पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था पहले की तरह शुरू कर दी जाये.

11 अन्य जिले की हालत भी खराब :

रिपोर्ट के मुताबिक अन्य 11 जिलों के जल स्तर में पिछले साल की तुलना में गिरावट नहीं हुई है, लेकिन इन जिलों का जल स्तर बाॅर्डर लाइन पर पहुंच रहा है. इस बात की संभावना बढ़ गयी है कि गर्मी का प्रकोप बढ़ने से जून प्रथम सप्ताह तक इन जिलों में भी जल स्तर और नीचे चला जायेगा. इसलिए यहां की निगरानी बढ़ा दी गयी है.

कंट्रोल रूम से हर दिन निगरानी

विभाग ने भू -जल स्तर में गिरावट को लेकर निगरानी अप्रैल से शुरू कर दी है. जिलों में कंट्रोल रूम भी बनाये गये हैं, जहां से भू -जल की निगरानी हो रही है. वहीं, अधिकारियों को भी फील्ड में तैनात किया गया है, ताकि लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़े.

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इन जिलों में गिरा भू -जल का स्तर

कैमूर-छह फुट एक इंच

अरवल-दो फुट एक इंच

गया-एक फुट आठ इंच

भागलपुर पूर्व-11 इंच

भागलपुर पश्चिम-एक फुट आठ इंच

बांका- एक इंच

सीतामढ़ी -एक फुट पांच इंच

पटना पूर्व- तीन फुट सात इंच

बक्सर- एक फुट एक इंच

सीवान- दो फुट सात इंच

मधुबनी- एक फुट दो इंच

सहरसा-नौ इंच

( इन जिलों में जल स्तर गिरने के बाद पीएचइडी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी जगह पर पानी की दिक्कत नहीं हो).

POSTED BY: Thakur Shaktilochan