Bihar Elections 2025: ‘वोटिंग से एक दिन पहले NDA को बड़ा झटका, बीजेपी विधायक ललन कुमार ने थामा RJD का दामन

Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से ठीक पहले सियासत ने फिर करवट ली है और इस बार बीजेपी के दलित चेहरे ने तेजस्वी यादव का हाथ थामकर चुनावी माहौल में नई गर्मी भर दी है.

By Pratyush Prashant | November 5, 2025 7:21 PM

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल का खेल जोरों पर है. भागलपुर जिले की पीरपैंती (सुरक्षित) सीट से बीजेपी विधायक रहे ललन कुमार ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का दामन थाम लिया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इसके बाद ललन कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी मुलाकात की.

राजद में शामिल होकर बोले—तेजस्वी ही वर्तमान हैं, तेजस्वी ही भविष्य

राजद में शामिल होने के बाद ललन कुमार ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वे तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के साथ नजर आ रहे हैं. इन तस्वीरों को साझा करते हुए उन्होंने लिखा-
“राष्ट्रीय जनता दल का कारवां बढ़ता रहे. आज से मैं भी हुआ शामिल. तेजस्वी मय बिहार बनाना है, हम सबने मिलकर ठाना है. तेजस्वी ही वर्तमान हैं, तेजस्वी ही भविष्य! जय भीम!!”

टिकट कटने के बाद से नाराज थे ललन कुमार

इस बार बीजेपी ने पीरपैंती (सुरक्षित) सीट से मुरारी पासवान को उम्मीदवार बनाया है. बताया जा रहा है कि इसी फैसले से नाराज होकर ललन कुमार ने पार्टी से दूरी बना ली थी. लंबे समय से उनके रुख में नाराजगी झलक रही थी और आखिरकार उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देकर नई सियासी पारी की शुरुआत की.

ललन कुमार ने पार्टी छोड़ने के बाद अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था—
“मेरी भाजपा के साथ राजनीतिक यात्रा अब समाप्त हो गई है. वरिष्ठ नेताओं के निर्देशों का पालन करते हुए मैंने पार्टी के लिए जो कुछ किया, वह कृतज्ञता के भाव से किया. लेकिन अब लगता है कि भाजपा को मुखर दलित नेतृत्व की आवश्यकता नहीं रही.”
उनका यह बयान बीजेपी के भीतर दलित नेतृत्व को लेकर उठ रहे सवालों पर एक तीखा राजनीतिक तंज माना जा रहा है.

तेजस्वी बोले—हम सबका स्वागत है जो बिहार बदलना चाहते हैं

राजद में शामिल करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा—
“हमारा दरवाज़ा उन सभी के लिए खुला है जो बिहार को एक नई दिशा देना चाहते हैं. ललन कुमार जैसे युवा और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्ध नेताओं का स्वागत है. मिलकर हम नया बिहार बनाएंगे.”
तेजस्वी के इस बयान से साफ है कि राजद इस चुनाव में युवाओं और हाशिए पर खड़े समुदायों के नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में है.

दल-बदल के बीच बदला समीकरण

ललन कुमार का बीजेपी से जाना न सिर्फ भागलपुर क्षेत्र बल्कि सीमांचल और अंग क्षेत्र के दलित वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है. 2015 और 2020 दोनों चुनावों में पीरपैंती सीट पर बीजेपी को बढ़त मिली थी, लेकिन इस बार समीकरण बदलते दिख रहे हैं.
राजद को उम्मीद है कि ललन कुमार के आने से उसे न सिर्फ स्थानीय स्तर पर समर्थन मिलेगा, बल्कि दलित मतदाताओं के बीच भी एक मजबूत संदेश जाएगा.

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