Bihar Election: नड्डा के फोन कॉल के बाद लोजपा की इमरजेंसी मीटिंग, नित्यानंद राय करेंगे अब चिराग पासवान से बात
Bihar Election: बीजेपी, जेडीयू और लोजपा (आर) के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं. चिराग पासवान और जीतन राम मांझी दोनों की नाराजगी ने बीजेपी के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है. कल नामांकन की प्रक्रिया शुरू होनी है, लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बनने से एनडीए का अंदरूनी संकट गहराता जा रहा है.
Bihar Election: पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के घटक दल एकमत नहीं हो पा रहे हैं. सीट शेयरिंग को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक ओर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान खुलकर नाराजगी जता रहे हैं, वहीं जदयू अपनी कोई सीट गठबंधन के सहयोगी को देने को तैयार नहीं है. कल जेपी नड्डा ने फोन पर लंबी बातचीत के बाद चिराग पासवान ने पार्टी की एक आपात बैठक गुरुवार को बुला ली. यह बैठक प्रदेश कार्यालय में चल रही है. गठबंधन में टूट की आशंका को देखते हुए भाजपा ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय को चिराग पासवान से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है. भाजपा की ओर से चिराग पासवान को 22 सीटों का आफर है, लेकिन चिराग पासवान कुछ खास सीटों को लेकर अड़े हुए हैं.
पार्टी ले सकती है बड़ा फैसला
सांसद अरुण भारती की अध्यक्षता में हो रही इस आपात बैठक में चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे पर चर्चा होने की बात कही जा रही है. चिराग पासवान के जीजा अरुण भारती पार्टी के बिहार प्रभारी भी हैं. इस मीटिंग में सभी सांसदों, प्रदेश अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, जिला प्रभारियों और प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है. बैठक के संबंध में यह बात भी सामने आ रही है कि पार्टी किसी बड़े राजनीतिक निर्णय की तैयारी में है. हालांकि, खुद चिराग पासवान इस बैठक में शामिल नहीं हैं. वे दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेंगे.
चिराग ने सौंपी मांगों की सूची
भाजपा ने चिराग पासवान को केवल 20 सीटों का ऑफर दिया है, जबकि चिराग पासवान 35 से अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं. इससे नाराज होकर उन्होंने बुधवार को बीजेपी नेताओं से कोई बातचीत नहीं की. चिराग पासवान चाहते हैं कि उनकी पार्टी को वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई जैसे जिलों में सीट मिले, क्योंकि इन पांचों लोकसभा सीटों पर लोजपा का अच्छा जनाधार है. इसके अलावा उन्होंने गोविंदगंज सीट पर भी दावा ठोका है, जो फिलहाल बीजेपी के कब्जे में है. इसके अलावा चिराग चाहते हैं कि उन्हें राज्यसभा या विधान परिषद की एक सीट और एक बड़ा मंत्रालय भी मिले.
