Bihar Election Express: फतुहा में लालू नीतीश नहीं स्थानीय मुद्दों पर हो रही बात, चौपाल में चूहे पर मचा बवाल
Bihar Election Express: प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस शुक्रवार को पटना जिला के फतुहा विधानसभा में चौपाल का आयोजन हुआ. चौपाल कार्यक्रम में नाला निर्माण, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, भ्रष्टाचार, अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, रोजगार मांगने पर लाठी चार्ज, विकास के नाम पर झूठे वादों और परिवारवाद के मुद्दे पर चर्चा हुई.
Bihar Election Express: पटना. प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस शुक्रवार को पटना जिला के फतुहा विधानसभा स्थित महरानी चौक देवी नगर में पहुंचा. महरानी चौक पर आयोजित चौपाल कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया. चौपाल कार्यक्रम में नाला निर्माण, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, भ्रष्टाचार, अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, रोजगार मांगने पर लाठी चार्ज, विकास के नाम पर झूठे वादों और परिवारवाद के मुद्दे पर जनता ने मंच पर मौजूद सभी दलों के नेताओं से सवाल किए. चौपाल में सभी दलों के नेता मंच पर मौजूद थे, जो एक एक सवालों का जवाब देते रहे. राजद नेता श्यामनंद प्रसाद ने फतुहा विधानसभा के वर्तमान विधायक डॉ. रामानंद यादव द्वारा किए गए कार्यों को गिनाया.
जनता ने सत्ताधारी दल के नेताओं को घेरा
प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस के चौपाल कार्यक्रम में सभी दलों के नेता मंच पर मौजूद थे. इस दौरान सत्ताधारी पक्ष से भाजपा के नगर अध्यक्ष श्याम सुदंर केसरी, लोजपा जिला अध्यक्ष रणजीत यादव, भाकपा माले प्रखंड सचिव शैलेंद्र यादव, राजद नेता श्यामनंद प्रसाद, जदयू नेता राजू कुमार, जनसुराज नेता नीतीश कुमार ने जनता के सवालों का जवाब दिया. इस दौरान सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार, पटना के सरकारी अस्पतालों में चूहे द्वारा मरीजों के पैर की उंगलियों को कुतरने और मृत मरीज की आंख खाने जैसी घटना साहित कई गंभीर मुद्दों पर लोगों ने सत्ताधारी दल के नेताओं को घेरा.
अस्पताल की बदहाल स्थिति पर हुआ हंगामा
चौपाल में एक तीखे सवाल पर सत्ताधारी पक्ष के साथ विपक्ष के नेता और समर्थकों के बीच तनातनी हो गयी. हालांकि नेताओं ने जनता के सवालों का जवाब देकर संतुष्ट करने की कोशिश करते रहे, लेकिन जनता इस बार नेताओं की बातों में आने को तैयार नहीं थी. चौपाल कार्यक्रम में मौजूद लोगों में से दयानंद प्रसाद सिंह, मनीषा कुमारी, रविता देवी, पंकज यादव, अनिल राज, धर्मवीर गोप, अनिल चंद्रवंशी, सुजीत कुमार, रामप्रवेश रविदास, केशर प्रसाद,पंकज कुमार, भास्कर पटवा, विजय कुमार वत्स, मोहन ठाकुर, धनंजय कुमार, महेंद्र यादव, जयपाल यादव ने स्वास्थ्य और शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए. लोगों ने कहा कि पटना के अस्पताल की स्थिति बदहाल है.
