नेताओं की पसंद ने चुनाव प्रचार को बनाया हाई-फाई, बिहार में बढ़ी इन गाड़ियों की डिमांड

Bihar Election 2025: विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए बिहार में लग्जरी गाड़ियों की डिमांड काफी बढ़ गई है. नेताओं और उनके समर्थकों में एसयूवी गाड़ियों की मांग इतनी बढ़ गई है कि ट्रैवल एजेंसियों के पास गाड़ियों की कमी आ गई है. डिमांड पूरी करने के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड और बंगाल से भी लग्जरी गाड़ियां मंगाई जा रही है.

By Rani Thakur | October 16, 2025 9:51 AM

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए लग्जरी गाड़ियों की मांग काफी बढ़ गई है. नेताओं और उनके समर्थकों में एसयूवी गाड़ियों की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि ट्रैवल एजेंसियों के पास गाड़ियां ही कम पड़ गई हैं. स्थिति यह है कि डिमांड पूरी करने के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड और बंगाल से भी लग्जरी गाड़ियां मंगाई जा रही है.

डेढ़ गुना बढ़ा किराया

मांग बढ़ने की वजह से किराए में डेढ़ गुना तक की बढ़ोतरी आ गई है. इसकी वजह से आम लोगों और शादी-विवाह के आयोजकों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. अगला महीना यानी नवंबर में शादी की सीजन है लेकिन चुनाव प्रचार में गाड़ियों की मांग बढ़ने के कारण शादियों के लिए भी गाड़ियां नहीं मिल रही हैं.  

फॉर्च्यूनर और इनोवा पहली पसंद

मिली जानकारी के अनुसार चुनाव प्रचार के लिए नेताओं की पहली और सबसे बड़ी पसंद टोयोटा फॉर्च्यूनर और इनोवा एसयूवी गाड़ियां हैं. वजह यह है कि गाड़ियां नेताओं के स्टेटस सिंबल को बनाए रखने में मदद करती हैं. वहीं, अन्य एसयूवी गाड़ियों की भी मांग बढ़ी है. इन गाड़ियों की बुकिंग प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों द्वारा पहले ही कर ली जा रही है.

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पड़ोसी राज्य से मंगाई जा रही गाड़ियां

नामांकन प्रक्रिया शुरू होने की वजह से चुनाव प्रचार को रफ्तार देने के लिए गाड़ियों की जरूरत तेज हो चुकी है. स्थानीय एजेंसियों के पास पर्याप्त स्टॉक नहीं होने की वजह से पड़ोसी राज्य झारखंड और बंगाल की ट्रैवल एजेंसियों के साथ भी संपर्क साधा जा रहा है, ताकि इनकी मांग को पूरी की जा सके. यानी कुल मिलाकर बिहार विधानसभा का चुनाव प्रचार हाई-फाई हो चुका है लेकिन किराया बढ़ने की वजह से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है.

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