Bihar Crime: बिहार में थानेदार समेत 4 पर हत्या का केस, जानिए क्या है पूरा मामला
Bihar Crime: नवादा के काशीचक थाना में 17 वर्षीय सन्नी की संदिग्ध मौत ने पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हिरासत में लिए जाने के 12 घंटे बाद उसकी लाश मिलने से इलाके में तनाव फैल गया है. परिजनों के आरोपों के बाद SP ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और सभी पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है.
Bihar Crime: बिहार के नवादा के काशीचक थाना में नाबालिग लड़के सन्नी की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में तनाव और रोष पैदा कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस परिजनों के आरोपों के घेरे में आ गई है. शुक्रवार को SP ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष अक्षय कुमार गुप्ता समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. वहीं अब इन सभी पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
गिरफ्तारी के 12 घंटे बाद मिली लाश
बौरी गांव का रहने वाला 17 वर्षीय सन्नी बुधवार शाम करीब 7 बजे पुलिस हिरासत में लिया गया था. अगली सुबह उसकी लाश थाने के अंदर से बरामद हुई. पुलिस ने शुरू में दावा किया कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है, लेकिन परिजन इसे पूरी तरह हत्या बता रहे हैं.
सन्नी के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने कॉन्स्टेबल की बहन से प्रेम संबंध के कारण मिलकर उनके बेटे की हत्या कर दी. मृतक की बहन ने भी कहा कि शव पर गले में गहरे निशान थे, जो खुदकुशी नहीं बल्कि गला दबाकर मारने की ओर इशारा करते हैं.
प्रेम प्रसंग बना मौत की वजह
सन्नी का गांव की ही प्रीति कुमारी नाम की लड़की से तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. एक सप्ताह पहले दोनों घर छोड़कर भाग गए थे. लड़की का भाई बिहार पुलिस में सिपाही है और उसी ने सन्नी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. बुधवार को पुलिस सन्नी को घर से उठाकर थाने ले आई थी.
गुस्साए लोगों ने 6 घंटे तक किया जाम
नाबालिग की मौत की खबर फैलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर छह घंटे तक जाम लगाया. इस दौरान पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और 112 आपातकालीन सेवा वाले वाहन के टायर की हवा निकाल दी गई. माहौल को शांत कराने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
कर्मियों पर कार्रवाई, CCTV खंगाल रही पुलिस
SP ने SHO अक्षय कुमार गुप्ता, सहायक थानाध्यक्ष लवेश्वर कुमार, चौकीदार कपिलदेव पासवान को सस्पेंड कर दिया है. होमगार्ड जवान हरेराम कुमार की सेवा 6 महीनों के लिए रोक दी गई. DSP राकेश कुमार ने बताया कि थाने में लगे सभी CCTV फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि मौत की सही वजह का पता लगाया जा सके.
