Bihar chunav: कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में उमड़े दावेदार,19 जिलों के 1500 लोगों ने ठोका टिकट पर दावा
Bihar chunav: पटना से सासाराम तक, फिर पूरे बिहार—कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चुनावी बिसात बिछा दी है.टिकट की होड़, स्क्रीनिंग कमेटी की सख्त जांच और राहुल गांधी की 16 दिन की लंबी यात्रा—राजनीतिक तापमान अब उबाल पर है.
Bihar chunav: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस सक्रिय है. पार्टी टिकट के दावेदारों का मूल्यांकन कर रही है. सदाकत आश्रम में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई. 19 जिलों के लगभग 1500 दावेदारों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की. कमेटी दो दिनों तक प्रत्याशियों का चयन करेगी.
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी चाल तेज कर दी है. बुधवार को राजधानी पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की अहम बैठक हुई, जिसमें 19 जिलों से आए करीब डेढ़ हजार से अधिक टिकट दावेदारों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की.
इस स्क्रीनिंग कमेटी की कमान संभाल रहे थे पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, जो बतौर चेयरमैन पूरे दिन टिकट दावेदारों की दलीलें सुनते रहे. उनके साथ कमेटी में राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, सांसद परिणीति शिंदे और कुणाल चौधरी भी मौजूद थे.
सबसे ज़्यादा भीड़ गया जिले की दावेदारी के समय देखी गई, जहां से कई दावेदार एक-एक कर मंच पर आए और अपनी ताकत और चुनावी समीकरण का ब्यौरा दिया। अजय माकन ने हर प्रत्याशी की बात सुनी और नोट्स तैयार किए, ताकि पार्टी आलाकमान के पास हर उम्मीदवार की स्पष्ट तस्वीर पहुंच सके.
टिकट के लिए सख्त स्क्रीनिंग, दूसरा चरण गुरुवार से
यह प्रक्रिया कांग्रेस के टिकट वितरण का अहम हिस्सा है. पार्टी ने तय किया है कि केवल योग्य और मजबूत प्रत्याशियों को ही चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. स्क्रीनिंग दो चरणों में हो रही है. बुधवार को पहले चरण में 19 जिलों की सीटों की समीक्षा हुई, जबकि बाकी 19 जिलों के टिकट दावेदारों की सुनवाई गुरुवार सुबह 9 बजे से शुरू होगी.
इस तरह पार्टी यह संदेश देने की कोशिश में है कि टिकट सिर्फ वफादारी या पहचान के आधार पर नहीं, बल्कि ज़मीनी पकड़ और जीत की संभावना को देखकर ही दिया जाएगा.
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि था कि यह पहली बार है की स्क्रीनिंग कमेटी खुद चलकर यहां आई है.सीट बंटवारा अभी हुआ नहीं है, इसलिए यह स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक इस ओर भी मदद करेगा कि जहां हमें मजबूत उम्मीदवार मिलेगा, वहां पर हम उन्हें खड़ा करेंगे.
मौजूदा विधायकों से भी मैंने मुलाकात की है और इस बैठक में उन्होंने भी अप्लाई किया है. इसमें चयन का क्राइटेरिया जीतने की क्षमता, पार्टी की लॉयल्टी और विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता, ये तीन चीज़ें देखी जा रही है.
कांग्रेस ने उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन मांगा था
कांग्रेस ने इस बिहार चुनाव, पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन मांगे थे. इसके लिए बकायदा एक क्यूआर कोड जारी किया गया था. इस कोड को स्कैन करने पर आवेदन फार्म खुलता था, जिसपर प्रत्याशी के डिटेल के साथ क्षेत्र में किए गए कार्यों का डिटेल ब्योरा देना था. सभी 243 विधानसभा क्षेत्र के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसके लिए 3 हजार से ज्यादा की संख्या में आवेदन आए थे.
राहुल गांधी की 16 दिन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’
टिकट प्रक्रिया के साथ-साथ कांग्रेस का चुनावी प्रचार भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. पार्टी नेता राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करेंगे. यह यात्रा सासाराम के रेलवे स्टेडियम से सुबह 11:30 बजे शुरू होगी.
यात्रा की कुल अवधि 16 दिन होगी, जिसमें तीन ब्रेक रखे गए हैं—पहला 20 अगस्त, दूसरा 25 अगस्त और तीसरा 31 अगस्त को। यात्रा के दौरान राहुल गांधी सासाराम से निकलकर औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा, आरा होते हुए पटना पहुंचेंगे.
अंतिम दिन, 1 सितंबर को गांधी मैदान में इस यात्रा का समापन होगा, जहां राहुल गांधी का बड़ा जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है. इस यात्रा में राहुल गांधी अकेले नहीं होंगे. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे. कांग्रेस और राजद का यह संयुक्त कार्यक्रम विपक्षी एकता का मजबूत प्रदर्शन माना जा रहा है.
सुधाकर सिंह को मिली अहम जिम्मेदारी
यात्रा की तैयारियों के लिए अलग-अलग जिलों में कमेटियां बनाई गई हैं. रोहतास और कैमूर जिले की तैयारी समिति का अध्यक्ष बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह को बनाया गया है. बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने उन्हें इस पद पर मनोनीत किया.
सुधाकर सिंह ने कहा कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाएंगे और यात्रा के हर पड़ाव को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
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