बिहार बोर्ड के पास होगी अब अपनी ई-लाइब्रेरी, गूगल और यू-ट्यूब पर सर्च का झंझट होगा खत्म, जानें क्या है खास

बिहार बोर्ड के छात्रों को अब किसी चैप्टर को समझने के लिए यू-ट्यूब या गूगल पर अध्ययन सामग्री खोजने की जरुरत नहीं होगी. बिहार में अब टेक्स्ट बुक के लिए ई-लाईब्रेरी तैयार किया गया है. जिसके बाद अब केवल एक क्लिक करने से सारी किताबें ई-लाईब्रेरी में मिल सकेंगी. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और यूनिसेफ द्वारा इस व्यवस्था को तैयार किया गया है. जिसमें बिहार बोर्ड के 9वीं से 12वीं के सिलेबस के अलावा कक्षा एक से आठवीं तक की सारी किताबें डिजिटल फार्मेट में उपलब्ध कराया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2021 11:42 AM

बिहार बोर्ड के छात्रों को अब किसी चैप्टर को समझने के लिए यू-ट्यूब या गूगल पर अध्ययन सामग्री खोजने की जरुरत नहीं होगी. बिहार में अब टेक्स्ट बुक के लिए ई-लाईब्रेरी तैयार किया गया है. जिसके बाद अब केवल एक क्लिक करने से सारी किताबें ई-लाईब्रेरी में मिल सकेंगी. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और यूनिसेफ द्वारा इस व्यवस्था को तैयार किया गया है. जिसमें बिहार बोर्ड के 9वीं से 12वीं के सिलेबस के अलावा कक्षा एक से आठवीं तक की सारी किताबें डिजिटल फार्मेट में उपलब्ध कराया गया है.

कोरोनाकाल के दौरान छात्रों को घरों में रहकर ही अध्ययन करने की मजबूरी के दौरान अब ई-लाईब्रेरी उनके लिए काफी मददगार साबित होगा. बिहार ने ई-लाइब्रेरी तैयार कर एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. बिहार अब देश का पहला ऐसा राज्य बन चुका है जिसके पास अपने टेक्स्ट बुक के लिए डिजिटल लाइब्रेरी तैयार है. इसमें कक्षा 1 से 12 तक की किताबें उपलब्ध है.

किताबों के अलावा इसमें हर चैप्टर का अलग-अलग वीडियो भी उपलब्ध रहेगा. छात्रों को यहां वो सभी वीडियो मिल सकेगा जो कोरोनाकाल के दौरान दूरदर्शन पर चलाये गये थे. इसमें सभी कक्षाओं के वीडियो शामिल रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने बताया कि इसमें कक्षावार किताबें रखी गई है. छात्रों को पहले अपना कक्षा चयन करना होगा. जिसके बाद विषय और फिर उसके चैप्टर को चिन्हित कर उसे पढ़ा जा सकेगा. पन्ने पलटने की इसमें सुविधा दी जायेगी.

बताया जा रहा है कि ये लाइब्रेरी लगभग बनकर तैयार हो चुकी है. इसे कई चरणों में पुरा किया जा रहा है. पहले चरण में किताबों को डिजिटल फॉर्मेट में यहां उपलब्ध कराया गया है. इसके बाद दूरदर्शन पर चली कक्षाएं यहां उपलब्ध कराई जाएंगी. अगले सप्ताह इसके उद्घाटन की उम्मीद जताई जा रही है. कोरोना के दोबारा फैलते संक्रमण के कारण सूबे के शिक्षण संस्थान बंद किये गये हैं. इस दौरान कोचिंग सेंटर भी छात्र नहीं जा सकते. इस बीच ई-लाइब्रेरी उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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