भ्रष्टाचार पर वार: पूर्णिया व पटना में कार्रवाई, सब रजिस्ट्रार के यहां मिला 17 लाख कैश और 18 लाख के जेवर

पटना के केसरी नगर में चार मंजिला मकान के निर्माण में तीन करोड़ रुपये के खर्च होने का शुरुआती अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल इसकी जांच करायी जा रही है.

By Prabhat Khabar | February 17, 2022 8:02 AM

पटना. राज्य में भ्रष्ट लोकसेवकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है. निगरानी ब्यूरो ने बुधवार को आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में पूर्णिया के सब रजिस्ट्रार उमलेश प्रसाद सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इनमें पटना के केसरी नगर में चारमंजिला घर और पूर्णिया के आवास व कार्यालय शामिल हैं. यहां से रेड के दौरान 12.80 लाख कैश के अलावा 343 ग्राम सोना और 428 ग्राम चांदी के जेवरात बरामद हुए. इसका मूल्य करीब 18 लाख रुपये बतायी जा रही है. पूर्णिया स्थित आवास से 4.70 लाख कैश बरामद किया गया.

इस तरह दोनों स्थानों से 17.50 लाख कैश बरामद किया गया हैं. घर की तलाशी के दौरान बैंकों की 19 पासबुक भी मिलीं. इनमें सिर्फ एक बैंक खाते में 22 लाख रुपये जमा हैं. शेष 18 खातों में जमा राशि और लेन-देन की जांच चल रही है, जिसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि कितने रुपये इनमें हैं. एलआइसी समेत अन्य कंपनियों में निवेश के आठ कागजात भी मिले हैं, जिनका मूल्य करीब 28 लाख रुपये है. पत्नी रेणु देवी के नाम पर अलग-अलग स्थानों पर जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित सात कागजात भी बरामद हुए हैं.

आय से 150% अधिक की संपत्ति

निगरानी की जांच में यह बात सामने आयी कि रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाने के मनी गांव निवासी उमलेश प्रसाद सिंह नवंबर, 2003 में नौकरी में आये थे. अपनी 18 साल की सेवा के दौरान उन्होंने वेतन में करीब 90 लाख वेतन रुपये प्राप्त किये, जबकि इसी दौरान एक करोड़ 15 लाख रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति जमा कर ली. यह उनकी वास्तविक आय से 150 अधिक है. पूर्णिया में सब रजिस्ट्रार रहने के दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा जमीन खरीदी है. खबर लिखे जाने तक उनके ठिकानों पर तलाशी की प्रक्रिया जारी थी. इसके पूरे होने के बाद इनकी अवैध आय में बढ़ोतरी हो सकती है.

पटना, रांची, पूर्णिया व रोहतास में खरीदी है जमीन व फ्लैट

उनके पास से जमीन, फ्लैट और मकान के आठ दस्तावेज बरामद हुए हैं. इनमें पत्नी के नाम पर पांच संपत्तियां हैं. रोहतास के विक्रमगंज में 30 डिसमिल जमीन स्वयं के नाम पर 2015 में खरीदी थी. दानापुर की मिथिला कॉलोनी के सिल्वर कोस्ट निर्माणाधीन अपार्टमेंट में स्वयं के नाम से एक तीन बीएचके फ्लैट की बुकिंग 2011 से ही करा रखी है. इसके लिए करीब आठ लाख रुपये एडवांस भी दिया है.

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यहीं के रामपुर दिलावलपुर में पत्नी के नाम पर करीब नौ डिसमिल प्लॉट 2016 में ही खरीदा था. पत्नी के नाम पर पूर्णिया के कसबा में 10 डिसमिल जमीन अप्रैल, 2021 में खरीदी है. रोहतास के विक्रमगंज के लक्ष्मणपुर में पत्नी के नाम से 35.5 डिसमिल जमीन, रांची के नामकुंभ में पत्नी के नाम पर 20 डिसमिल जमीन और पटना के केसरी नगर मोहल्ले में ही मकान से थोड़ी दूरी पर ती 3576 वर्गफुट प्लॉट की रजिस्ट्री करा रखी है. केसरी नगर वाला मकान भी पत्नी के नाम पर ही है.

पटना के मकान के निर्माण पर तीन करोड़ रुपये खर्च

पटना के केसरी नगर में चार मंजिला मकान के निर्माण में तीन करोड़ रुपये के खर्च होने का शुरुआती अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल इसकी जांच करायी जा रही है. घर की भव्यता और इंटीरियर डेकोरेशन को देख छापेमारी करने गयी टीम दंग रह गयी. घर की आंतरिक साज-सज्जा पर ही लगभग करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं.

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