बिहार में 4000 आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श केंद्र के रूप में किया जायेगा विकसित, जानिए क्या होगा बदलाव

आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के पोषाहार के अलावे बाकी योजनाओं का भी संचालन आराम से हो पायेगा. अभी योजनाओं को लेने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इन केंद्रों पर कोडिंग के माध्यम से सभी लाभुकों को योजनाओं का लाभ दिया जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2023 1:34 AM

बिहार में अप्रैल-मई से चिह्नित किये गये चार हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श केंद्र के रूप में बेहतर बनाया जायेगा. जहां बच्चों के लिए आधारभूत पोषाहार, चाइल्ड फ्रेंडली आंगनबाड़ी केंद्र, पोषण वाटिका एवं अन्य प्रकार की सुविधाएं होंगी. जहां बच्चे का मानसिक व शारीरिक विकास एक स्वस्थ वातावरण में होगा. इसको लेकर राज्य सरकार ने पोषण अभियान 2.0 की शुरुआत की गयी है. पहले चरण में चयन के लिए समाज कल्याण विभाग ने जिलों को दिशा-निर्देश भेज दिया है.

यह होगा केंद्र में बदलाव

समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित होने वाले सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 शुरुआत किया जायेगा. इस याेजना के तहत चिह्नित आंगनबाड़ी केंद्र को सक्षम आंगनबाड़ी के रूप में विकसित किया जायेगा, जिसमें हर केंद्र को आदर्श केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए योजना बनायी जायेगी. बाकी सभी केंद्र में पूरक पोषाहार सहित अन्य सेवाओं को बेहतर किया जायेगा. वहीं, पोषण अभियान के अंतर्गत राज्य में बच्चों और महिलाओं के पोषाहार में बदलाव होगा और सामाजिक रूप में जोड़ा जायेगा, ताकि बच्चों का विकास तेजी से हो सके.

चाइल्ड फ्रेंडली होगा बाथरूम

राज्यभर में अपने मकान में चल रहे केंद्र को पहले चरण में विकसित किया जायेगा. बच्चों के लिए परिसर में चाइल्ड फ्रेंडली बाथरूम बनाया जायेगा. इस बाथरूम को बनाने के लिए दूसरे राज्यों से सहयोग लिया गया है. साउथ इंडिया के राज्यों में भी इस तरह के बाथरूम का प्रचलन काफी समय से है, जिसको देखने के लिए पिछले साल बिहार से एक टीम भी गयी थी. चाइल्ड फ्रेंडली बाथरूम में चारों तरफ सुंदर व साफ शब्दों में पढने-लिखने के लिए तस्वीरें बनायी जायेगी.

Also Read: नालंदा में 24000 क्विंटल चावल के घोटाले का खुलासा, 25 पैक्स अध्यक्षों की गिरफ्तारी का आदेश, जानें पूरी बात

बाकी योजनाओं का भी आसानी से मिलेगा लाभ

आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के पोषाहार के अलावे बाकी योजनाओं का भी संचालन आराम से हो पायेगा. अभी योजनाओं को लेने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इन केंद्रों पर कोडिंग के माध्यम से सभी लाभुकों को योजनाओं का लाभ दिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version