आंगनबाड़ी सहायिका काे क्रेन ने कुचला, मौत

बाइपास पर चांगर के पास सड़क क्रॉस रही आंगनबाड़ी सहायिका प्रमिता देवी (45 वर्ष) की क्रेन से कुचल कर मौत हो गयी.

By Pritish Sahay | February 29, 2020 8:10 AM

पटना : बाइपास पर चांगर के पास शुक्रवार की सुबह 9:09 बजे सड़क क्रॉस रही आंगनबाड़ी सहायिका प्रमिता देवी (45 वर्ष) की क्रेन से कुचल कर मौत हो गयी. प्रमिता के साथ उनकी मां सुमित्रा देवी (70 वर्ष) भी मौजूद थीं, उनका पैर क्रेन के नीचे आ गया और वह बुरी तरह से घायल हो गयी हैं. उन्हें कंकड़बाग में मौजूद निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं क्रेन का चालक मौके से फरार हो गया.

रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र की एनटीपीसी कॉलोनी की रहने वाली सत्येंद्र प्रसाद की पत्नी प्रमिता के साथ दुर्घटना उस समय हुई, जब वह करबिगिहया स्थित बर्फ फैक्ट्री के पीछे अपने आंगनबाड़ी केंद्र पर जाने के लिए हाइवे क्रॉस कर रही थीं. घटना के बाद मृतका की बहन सरमिता परिजनों के साथ पहुंची और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर हाइवे जाम कर दिया.

थोड़ी देर बाद 20-25 आंगनबाड़ी सहायिकाएं भी वहां पहुंच गयीं. घटना की सूचना कंकड़बाग, रामकृष्णा नगर, जक्कनपुर समेत अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. पुलिस ने स्थानीय लोगों को समझा-बुझाकर हटा दिया, लेकिन आंगनबाड़ी सहायिकाएं नहीं हटीं. पुलिस ने लाश उठाने का प्रयास किया, लेकिन उठाने नहीं दिया गया. मृतका के पिता सत्येंद्र प्रसाद नालंदा में एलसीटी कॉलेज में कर्मचारी हैं.

तीन घंटे तक चला हंगामा, लाठीचार्ज कर खाली कराया गया हाइवे

दुर्घटना के बाद तीन घंटे तक हाइवे जाम रहने से सड़क पर लंबी कतार लग गयी. मृतका के परिजन मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग कर रहे थे. दूसरी तरफ हाइवे जाम देखकर पुलिस पर हाइवे को खाली कराने का दबाव बढ़ रहा था. इसके बाद जक्कनपुर थानेदार मुकेश वर्मा ने फोर्स को बुलाया और लाठीचार्ज कर सड़क खाली कराया. तत्काल महिला पुलिस को बुलाया गया. महिला पुलिस ने सड़क पर मौजूद आंगनबाड़ी सहायिकाओं को हटाया. दोपहर 12 बजे हाइवे चालू हो गया.

मां भी बुरी तरह हुईं जख्मी

सीडीपीओ के बुलाने पर अड़ी रहीं आंगनबाड़ी सहायिकाएं, तीन घंटे बाद खत्म हुअा जाम

मिलेगी चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता, कबीर अंत्येष्टि के तहत भी मिली सहायता राशि

मृतका के बेटे ने पुलिस प्रशासन पर लगाया है आरोप

मृतका के बेटे नेे आरोप लगाया है कि पुलिस-प्रशासन के लापरवाही से हादसा हुआ है. हाइवे पर पुलिस की सुरक्षा नहीं रहती है. उसने कहा कि बाइपास के नीचे वाली रोड पर जहां-तहां सड़क के किनारे गिट्टी-बालू गिरा रहता है. इससे आये दिन दुर्घटना होती है.

सीडीपीओ को बुलाने की कर रहे थे मांग

पुलिस को लाश उठाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. सीओ फुलवारी कुंदन लाल, सीओ सदर प्रवीण कुमार पांडेय, सदर एसडीओ, एएसपी पटना सिटी एएसपी के काफी प्रयास के बाद भी मृतक के परिजन शव उठने नहीं दे रहे थे.

उनकी मांग थी कि सीडीपीओ को बुलाया जाये. जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के आदेश पर सीडीपीओ सुषमा कुमारी वहां पर पहुंचीं. सीडीपीओ ने लिखा कि दुर्घटना में मौत होने के कारण प्रमिता के परिवार को समाज कल्याण की तरफ से चार लाख रुपये दिये जायेंगे. कबीर अंत्येष्टि के तहत तत्काल तीन हजार रुपये दिये गये.

सामाजिक सुरक्षा के तहत 20 हजार रुपये दिलाने की भी बात हुई. 12:30 बजे पुलिस ने शव को उठाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. सीओ का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. वहीं, कंकड़बाग पुलिस ने उस क्रेन को कब्जे में ले लिया है, जिससे दुर्घटना हुई है.

सुरक्षा को बने अंडरपास अब भी जलमग्न

जिला प्रशासन ने न्यू बाइपास पर होने वाले हादसे को रोकने के लिए कार्रवाई शुरू की थी, जो अधूरी रह गयी. अधिकारियों बाइपास से आर-पार होने के लिए जगह-जगह बने अंडरपास को चालू नहीं कराया गया है. अंडरपास में जलजमाव जस का तस है. अब भी लोग तेज रफ्तार वाहनों के बीच से होकर सड़क पार करने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं.

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