बेनामी संपत्ति : एनसीआर में 25 स्थानों पर आयकर की छापेमारी, निशाने पर लालू प्रसाद
प्रेमचंद गुप्ता के बेटों से लेकर विजय कोचर तक के ठिकानों को खंगाला पटना/नयी दिल्ली : आयकर विभाग की विशेष टीम ने बेनामी संपत्ति के खिलाफ देश भर में एक बड़ी कार्रवाई शुरू की है. नये बेनामी एक्ट, 2016 के अंतर्गत पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की जा रही है. मंगलवार को नयी दिल्ली, गुड़गांव, […]
प्रेमचंद गुप्ता के बेटों से लेकर विजय कोचर तक के ठिकानों को खंगाला
पटना/नयी दिल्ली : आयकर विभाग की विशेष टीम ने बेनामी संपत्ति के खिलाफ देश भर में एक बड़ी कार्रवाई शुरू की है. नये बेनामी एक्ट, 2016 के अंतर्गत पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की जा रही है. मंगलवार को नयी दिल्ली, गुड़गांव, रेवाड़ी, फरीदाबाद समेत एनसीआर के अन्य इलाकों में करीब 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी. इसमें करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये तक की संपत्ति सामने आने की संभावना है.
अभी आयकर विभाग की तरफ से सभी संपत्ति का आकलन किया जा रहा है, इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. जिनके यहां छापेमारी हुई है, उनमें राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता के दोनों बेटों, पटना के चाणक्य होटल के मालिक विजय कोचर समेत अन्य प्रमुख लोग शामिल हैं, जो लालू प्रसाद के करीबी माने जाते हैं.
सभी संपत्ति बड़े सफेदपोशों, व्यवसायी समेत अन्य कुछ अन्य नामी हस्तियों की है, जिनमें बिहार के कुछ बड़े नाम भी शामिल हैं. इसमें अधिकांश संपत्ति को इन लोगों ने किसी दूसरे के नाम पर खरीद रखी है. कागज पर मालिक कोई और हकीकत में मालिक कोई और है.
इस व्यापक छापेमारी के तार पटना से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. आरोप है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवारवालों के रुपये भी इन कंपनियों में लगे हुए हैं. हालांकि, अब तक जितनी भी संपत्ति बरामद हुई है, उसमें लालू प्रसाद और उनके किसी परिवारवाले से जुड़ा कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ है. दिल्ली-एनसीआर में बेनामी संपत्ति की जांच पूरी होने के बाद कई स्तर पर राज उजागर होने की संभावना है.
पटना में चार ठिकानों का टीम ने लिया जायजा
दिल्ली-एनसीआर में सुबह आठ बजे से ही आयकर विभाग की टीम की छापेमारी शुरू हो गयी थी. इसके साथ ही तेजी से यह भी चर्चा होने लगी कि पटना में भी लालू प्रसाद के चार ठिकानों पर भी छापेमारी शुरू हो गयी है. इनमें सगुना मोड़ स्थित उनका मकान, गोला रोड स्थित अपार्टमेंट और जमीन, 2 अणे मार्ग स्थित मौजूदा आवास समेत अन्य एक अन्य ठिकाना शामिल है.
पटना की आयकर टीम को इन स्थानों की छानबीन करने के लिए तैयार रहने का भी नयी दिल्ली से निर्देश दे दिया था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही नयी दिल्ली की तरफ से सर्वे या सर्च को लेकर कोई आगे का आदेश जारी नहीं किया गया. इस वजह से यहां किसी स्थान पर आधिकारिक रूप से कोई कार्रवाई पर नहीं की गयी.
हालांकि विभागीय सूत्र बताते हैं कि लालू प्रसाद के इन ठिकानों का जायजा लिया गया है. टीम ने इन स्थानों पर जाकर गुप्त तरीके से मुआयना किया है. इसमें नयी दिल्ली से आये अधिकारी भी शामिल थे. इस दौरान अधिकारियों ने क्या देखा या क्या तलाशने की कोशिश की है, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी है.
प्रेमचंद गुप्ता के बेटों से लेकर विजय कोचर तक के ठिकानों को खंगाला
आयकर की विशेष टीमों ने झारखंड से राजद के राज्यसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के दोनों बेटों से लेकर पटना स्थित चाणक्या होटल के मालिक विजय कोचर तक के नयी दिल्ली एवं एनसीआर स्थिति इनके सभी ठिकानों को खंगाला है. ये दोनों राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेहद करीबी माने जाता हैं.
विजय कोचर रांची और भुवनेश्वर में भी रेलवे के गेस्ट हाउस को लीज पर लेकर होटल चला रहे हैं. विपक्षी दलों का आरोप है कि इसके एवज में उन्होंने प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी के नाम पटना में अपनी जमीन लिखी थी. सूत्रों ने बताया कि इनके ठिकानों से बेनामी संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. कई ऐसे दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनसे बेनामी संपत्ति में निवेश की बात जाहिर होती है.
इन दस्तावेजों से यह भी पता चल रहा है कि कई राजनीतिक हस्तियों और अन्य सफेदपोशों की ब्लैक मनी के बदौलत ही अवैध तरीके से इस तरह की बेनामी संपत्ति खरीदी गयी है. इन सफेदपोशों में बिहार के भी कई लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है. फिलहाल इन सभी पहलुओं पर संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ चल रही है, जिसमें कई बातों के सामने आने की संभावना है.
राजा को घेरने की चल रही तैयारी
आयकर विभाग के एक आला अधिकारी ने इस पूरे मामले पर बयान देने या किसी तरह की टिप्पणी करने से साफतौर पर मना करते हुए इशारों में ही कहा कि यह शह और मात का खेल है, जिसमें राजा को घेरने की तैयारी चल रही है. राजा पर सीधा हमला नहीं किया जाता, बल्कि उन्हें घेरने की कवायद की जा रही है.
इधर खबर फैली और उधर गरमायी राजनीित
कैसे, क्या हुआ
सुबह आठ बजे दिल्ली-एनसीआर में आयकर के छापे
करीब नौ बजे खबर फैली कि पटना में भी छापे के लिए टीम पहुंची है, लालू आवास पर मीडिया का जमावड़ा, पर कोई टीम नहीं पहुंची
लालू के अावास पर नेताओं के आने का सिलसिला शुरू
सुशील मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिर बोला हमला
दोपहर में राजद प्रवक्ता मनोज झा लालू के आवास से बाहर आये, ‘बीजेपी के नये एलायंस पार्टनर्स’ पर दी सफाई
पहले ट्वीट से वार
बीजेपी को नये एलायंस पार्टनर्स मुबारक हो. लालू प्रसाद झुकने और डरने वाला नहीं है. जब तक आिखरी सांस है, फासीवादी ताकतों के खिलाफ लड़ता रहूंगा.
िफर सफाई को तैयार
ज्यादा लार मत टपकाओ. गठबंधन अटूट है. अभी तो समान विचारधारा के और दलों को साथ जोड़ना है. मैं बीजेपी के सरकारी तंत्र और सरकारी सहयोगियों से नहीं डरता.
और दी चेतावनी: बीजेपी में िहम्मत नहीं की लालू की आवाज को दबा सके. लालू की आवाज दबायेंगे तो देशभर में कई लालू खड़े हो जायेंगे. मैं गीदड़भभकी से डरने वाला नहीं हूं.
मुख्यमंत्री बोले
कहां हो रही छापेमारी कहीं दिख तो नहीं रही
पटना : आयकर की इस छापेमारी को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने अनभिज्ञता जाहिर की. कैबिनेट की बैठक से बाहर निकलने के दौरान संवाददाताओं ने पूछा, तो उन्होंने कहा िक कहां छापेमारी हो रही है? कहीं दिख तो नहीं रही है. टीवी पर 22 ठिकानों पर छापेमारी की बात कही जा रही है. आप ही बताइए, कहां छापेमारी हो रही है?
गैर राजग दलों को चाहिए एक स्वामी
25 ठिकानों पर आयकर की छापेमारी को लेकर कुछ गैर एनडीए दलों की क्या है परेशानी, सरकार पर विपक्ष के िकस तरह के हैं आरोप, अगर सरकारी एजेंसियां कार्रवाई में भेदभाव कर रही हैं, तो विपक्ष के पास क्या है विकल्प, आरोप के साथ पुख्ता सबूत कितने हैं अहम, इन िबंदुओं पर पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर का विश्लेषण. पेज 02 पर मोदी का भरपूर वार लालू से पूछे पांच सवाल
अाखिर विवेक नागपाल ने 1998 में स्थापित अपनी कंपनी केएचके होल्डिंग को क्यों लालू परिवार को सौंप दिया?
बंद कंपनी को 23 करोड़ रुपये का ऋण इंडिया बुल्स ने क्यों दिया?
क्या िबना जमीन के मकान खरीदा जाता है? यहां 48 लाख का मकान 2010 में खरीदा और िफर 2014 में 2 बीघा 8 िबस्सा जमीन 1.78 करोड़ में खरीदी?
मीसा और शैलेश ने िदल्ली के सरकारी आवास का इस्तेमाल कंपनी में डायरेक्टर बनने के लिए क्यों किया? मकान और जमीन खरीदने के िलए बंद पड़ी कंपनी के पास 2.30 करोड़ कहां से आये?
