अवैध संबंध के शक में विवाहिता की गला दबा कर हत्या

पटना : अवैध संबंध के शक में विवाहिता उषा देवी (26) की गला दबा कर हत्या कर दी गयी है. घटना पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के राजापुर, इंद्रानगर की है. रविवार की सुबह में घटना को अंजाम दिया गया और फिर विवाहिता के आत्महत्या कर लेने का माहौल खड़ा किया गया. इधर खबर सुन कर परसा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 18, 2016 6:31 AM
पटना : अवैध संबंध के शक में विवाहिता उषा देवी (26) की गला दबा कर हत्या कर दी गयी है. घटना पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के राजापुर, इंद्रानगर की है. रविवार की सुबह में घटना को अंजाम दिया गया और फिर विवाहिता के आत्महत्या कर लेने का माहौल खड़ा किया गया. इधर खबर सुन कर परसा बाजार से बेटी के ससुराल में पहुंचे घरवालों को उसकी लाश मिली.
इस पर पूरा परिवार फूट-फूट कर रोने लगा. वहीं उसके पति, सास व ससुर पहले से ही थाने पर पहुंच कर हत्या की घटना को आत्महत्या बनाने में जुटे थे. बाद में पुलिस ने मृतका के पिता के आवेदन पर हत्या का मामला दर्ज किया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की छानबीन में जुट गयी है.
पुलिस के पहुंचने से पहले थाना पहुंचे ससुरालवाले
रविवार की सुबह में उषा के भाई सुरेश को फोन गया कि उसकी बहन ने पंखे से लट कर आत्महत्या कर ली है. इस पर सुरेश व उसकी मां शीला देवी तत्काल बेटी के घर पहुंचे. घर पर ताला लगा था. पड़ोसियों ने बताया कि उषा को लेकर पीएमसीएच गये हैं. वे लोग पीएमसीएच गये, तो ससुराल वाले वापस घर आये और गैलरी में शव को रख कर पाटलिपुत्र थाने पहुंच गये.
बेटी की लाश देख कर उसके मां और भाई फूट-फूट कर रोने लगे. इसके बाद यह लोग भी थाने पर पहुंचे. वहां, मृतका के पिता ने आवेदन दिया और पति, सास, ससुर पर गला दबा कर हत्या का आरोप लगाया. पुलिस ने 302 व 34 आइपीसी के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है.
गैस रिफिलिंग का काम करता है पति
परसा बाजार थाना क्षेत्र के एतवारपुर के रहनेवाले दिवाली ने अपनी बेटी उषा की शादी 2005 में इंद्रानगर, पटना के रहनेवाले पप्पू सिंह से किया था. शादी के बाद उषा ने बेटा अर्जुन (10), बेटी खुशी (7) को जन्म दिया. पप्पू गैस रिफलिंग का काम करता है. पति की कमाई से घर चलाने में जब परेशानी हुई, तो उषा ने पहले जरी-बुटिक का काम सीखा और फिर इसका काम करके कुछ पैसों की जुगाड़ करने लगी. शुरुआत में तो सब कुछ ठीक रहा.
लेकिन, बाद में उषा का घर से निकलना, लोगों से बातें करना उसके पति व घरवालों को नागवार लगने लगा. उषा जहां काम करने जाती थी. वहां से लोगों के फोन आने पर पप्पू उसके साथ मार-पीट करता था. उसके सास-ससुर भी बेटे का ही साथ देते थे. इस रोज-रोज के झंझटों से वह अंदर-ही-अंदर टूट चुकी थी. लेकिन, उसका घर से निकलना और काम करना जारी था.

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