पीएम मोदी से मिले नीतीश, बोले राजनीति में बदले की भावना के लिए कोई जगह नहीं

नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेशनल हेराल्ड मुद्दे पर कांग्रेस के विरोध का समर्थन किया है. उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि राजनीति में बदले की भावना नहीं होनी चाहिए और विपक्ष को परेशान नहीं किया जाना चाहिए. लोकतांत्रिक व्यवस्था में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 6:49 AM
नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेशनल हेराल्ड मुद्दे पर कांग्रेस के विरोध का समर्थन किया है. उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि राजनीति में बदले की भावना नहीं होनी चाहिए और विपक्ष को परेशान नहीं किया जाना चाहिए.
लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के लिए काम करने का जनादेश मिलता है, विपक्ष को परेशान करने के लिए नहीं. पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार दिल्ली आये नीतीश कुमार ने कहा कि जब कांग्रेस कोई बात कह रही है, तो उसका कुछ मायने होगा, अन्यथा पार्टी ऐसा क्यों कहती. वैसे मेरे पास ब्योरा नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस के मन में जो संशय है, उसे सरकार को दूर करना चाहिए. संसद में जारी गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर जदयू नेता ने कहा, संसद को चलाने की प्राथमिक जिम्मेदारी सरकार की है.
उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद मेरी यह पहली दिल्ली यात्रा है. जिन लोगों ने हमें समर्थन दिया है या जो हमारे प्रति अच्छा सोच रखते हैं, उन्हें धन्यवाद देने मैं आया हूं. यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार चुनाव के बाद वह देश में भी बिहार की तरह गंठबंधन बनाने की पहल कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जनता ने हमें मैंडेट दिया है और हम काम कर रहे हैं. असम में गंठबंधन से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि इस विषय में मैं किसी तरह की पहल नहीं कर रहा हूं. असम गण परिषद के नेता प्रफुल कुमार महंत हमारे पुराने साथी हैं. उनसे पुराना रिश्ता है, इसलिए उनसे मुलाकात की है.
प्रधानमंत्री द्वारा घोषित बिहार पैकेज के बारे में उन्होंने कहा कि इस विषय में जो प्रतिक्रिया देनी थी, वह पटना में दे चुका हूं. केंद्र सरकार ने घोषणा की है और उसे देने की प्रतिबद्धता भी जतायी है. इस विषय में मैंने तब ही केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिख कर पूछा था. वित्त मंत्री ने जवाब दिया था कि घोषित राशि को केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों द्वारा चरणबद्ध तरीके से खर्च किया जायेगा. मुझे पूरा उम्मीद है कि जो घोषणा की गयी है, उस पर अमल होगा.
संसद में जीएसटी बिल के लटकने से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि जदयू जीएसटी के पक्ष में है. जब यूपीए सरकार थी, तब भी जदयू ने जीएसटी का पक्ष लिया था और आज भी. जीएसटी पर जदयू सरकार को समर्थन करेगा.