लेखकों के सम्मान लौटाने के मुद्दे पर नीतीश का मोदी पर निशाना

पटना : देश में कथित ‘‘बढ़ती असहिष्णुता” के विरोध में नयनतारा सहगल सहित करीब दो दर्जन लेखकों द्वारा साहित्यिक सम्मान लौटाने की घोषणा पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश के बुनियादी मूल्यों को कमतर करने का केंद्र में सत्ताधारी वर्ग का प्रयास एक बडी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 5:34 PM

पटना : देश में कथित ‘‘बढ़ती असहिष्णुता” के विरोध में नयनतारा सहगल सहित करीब दो दर्जन लेखकों द्वारा साहित्यिक सम्मान लौटाने की घोषणा पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश के बुनियादी मूल्यों को कमतर करने का केंद्र में सत्ताधारी वर्ग का प्रयास एक बडी चिंता का विषय है. नीतीश कुमार ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक एवं ट्विटर पर लिखा देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोधस्वरूप हमारी 25 से अधिक सांस्कृतिक विभूतियों ने अपने पुरस्कार लौटा दिये हैं और अब सिविल सोसाइटी सीआईसी सम्मेलन का बहिष्कार कर रही है.

बिहार के मुख्यमंत्री ने कहाकि इन लोगों तक पहुंचने और इनके भय को सक्रियता से दूर करने की बजाए मोदी सरकार इनमें खोट निकालने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा हमारे देश के बुनियादी लोकाचार और मूल्यों को कमतर करने का सत्ताधारी वर्ग का प्रयास और उसकी असंवेदनशीलता बडी चिंता का विषय है. उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के दादरी में गोमांस सेवन की अफवाह के चलते अखलाक नामक एक व्यक्ति की भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या करने की घटना सहित कन्नड़ लेखक कलबुर्गी एवं कुछ यर्थार्थवादियों की हत्या के विरोध के चलते नयनतारा सहगल समेत लगभग 21 लेखक अबतक अपने पुरस्कार लौटा चुके हैं.