इनाम नहीं, ठगी का एसएमएस

पटना: ‘आपका मोबाइल नंबर पांच लाख डॉलर का इनाम जीत चुका है. इस इनाम को लेने के लिए अपना नाम, उम्र व पता फलां इ-मेल नंबर पर डाल दें और उसके बाद आपको जीती हुई राशि मिल जायेगी.’ अगर आपके मोबाइल पर ऐसा मैसेज आता है, तो सावधान हो जाएं. अगर लालच में पड़े, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2013 7:18 AM

पटना: ‘आपका मोबाइल नंबर पांच लाख डॉलर का इनाम जीत चुका है. इस इनाम को लेने के लिए अपना नाम, उम्र व पता फलां इ-मेल नंबर पर डाल दें और उसके बाद आपको जीती हुई राशि मिल जायेगी.’ अगर आपके मोबाइल पर ऐसा मैसेज आता है, तो सावधान हो जाएं. अगर लालच में पड़े, तो काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

इनाम जीतने का एसएमएस मोबाइल पर भेज कर पैसे ठगने का धड़ल्ले से चल रहा गोरखधंधा विदेशों से संचालित हो रहा है. खास बात यह है कि इसके तार देश के लगभग कई राज्यों से जुड़े हैं. लेकिन, देश के अंदर के जुड़े लोग केवल माध्यम मात्र है. उन्हें उनके एकाउंट में पैसे मंगाने के लिए केवल कमीशन दिया जाता है. इसके लिए उन्हें यह भी जानकारी दी जाती है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा जमा की गयी रकम को वे रखें नहीं, बल्कि बताये गये एकाउंट में ट्रांसफर कर दें, क्योंकि अगर आप यह काम नहीं करेंगे, तो जीतनेवाले को जीती हुई राशि नहीं मिल पायेगी और वे फंस भी सकते हैं. कुछ लोगों ने इस धंधे में कमीशन की चाह में या तो गलत नाम और पते पर अपना बैंक में एकाउंट खुलवा लिया या फिर उन्होंने सही नाम और पते पर एकाउंट खुलवाया और धंधे में लग गये.

पुलिस ने पहले भी की है छापेमारी
मालसलामी के नयाटोला शरीफागंज के व्यवसायी नंदू दास को 15 लाख की लॉटरी निकलने का झांसा देकर डेढ़ लाख की जालसाजी करने के मामले में पटना पुलिस ने सीवान व गोपालगंज में छापेमारी कर अंतरराष्ट्रीय जालसाज गिरोह के शाहिद सुगनी (भलुई, जामोबाजार, सीवान) व पुरुषोत्तम रावत (फुलगनी, थावे, गोपालगंज) को पकड़ा था. इन लोगों के पास से उस खाता नंबर की पासबुक बरामद की गयी है, जिस पर नंदू दास ने 10 हजार से लेकर 15 हजार तक कई बार जमा किया था.

पकड़े जाने के बाद इन लोगों ने अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर लिया और बताया कि इन लोगों के ऊपर जहांगीर (बड़हड़िस, सीवान) व मुन्ना मियां (फुलोदिनी, थावे, गोपालगंज) हैं. जिस मोबाइल नंबर 923009884202 व 009237811868 से रूदल दास को लॉटरी जीतने की बधाई मिली थी और आवश्यक निर्देश दिये गये थे, वह पाकिस्तान का था.