तीन विभागों में एक ही पद पर 30 साल की नौकरी, अब चलेगा मुकदमा, होगी वसूली

लोग यहां एक नौकरी पाने के लिए जद्दोजहद करते हैं, वहीं राज्य सरकार के एक कर्मी सुरेश राम ने एक बार में तीन विभागों में जूनियर इंजीनियर के पद पर ज्वाइन किया और 30 साल तक नौकरी भी की.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2021 8:32 AM

कौशिक रंजन/संवाददाता, पटना. लोग यहां एक नौकरी पाने के लिए जद्दोजहद करते हैं, वहीं राज्य सरकार के एक कर्मी सुरेश राम ने एक बार में तीन विभागों में जूनियर इंजीनियर के पद पर ज्वाइन किया और 30 साल तक नौकरी भी की. साथ ही उसने दो बार प्रोन्नति का लाभ भी ले लिया. अब राज्य सरकार उस पर मुकदमा कर जुर्माने के साथ वसूली की तैयारी कर रही है.

पहले पथ निर्माण विभाग में ज्वाइन किया, फिर इसी समय जल संसाधन विभाग के दो प्रमंडलीय कार्यालय बेलहर और बीजी खोड़वा में भी ज्वाइन कर लिया. तीनों स्थानों से उन्होंने इतनी लंबी अवधि तक वेतन और प्रोन्नति का भी लाभ प्राप्त किया. उन्हें अपने सेवाकाल में दो बार एसीपी (अनिवार्य सेवाकाल प्रोन्नति) भी मिली और वे तीनों स्थानों पर कनीय अभियंता से सहायक अभियंता भी बन गये. फिर इसका लाभ भी तीनों स्थानों से उन्हें मिलने लगा.

एक तरह से देखा जाये, तो तीन स्थानों पर 30-30 साल के हिसाब से उन्होंने 90 साल के बराबर नौकरी कर ली. 2019 में इस मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब इस वर्ष फरवरी में सीएफएमएस (कॉम्प्रेहेंसिव फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम) प्रणाली की शुरुआत राज्य में हुई और सभी विभागों के कर्मियों का पूरा डाटा इस पर ऑनलाइन अपलोड किया जाने लगा.

सभी कर्मियों का डाटा ऑनलाइन अपलोड होने पर जब यह हकीकत सामने आयी, तो उन्हें तीनों स्थानों से तत्काल निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच शुरू हुई. पूरा मामला सही पाया गया. इस बीच वे कुछ महीनों के लिए वह गायब भी हो गया था.

कई बार विभाग के स्तर से बुलाने पर भी नहीं आया, लेकिन 4 सितंबर, 2019 को कोर्ट में सरेंडर कर अपना अपराध स्वीकार कर लिया. अब राज्य सरकार उसके खिलाफ मुकदमा चलाने जा रही है और उनसे पूरे सेवाकाल के दौरान मिली सभी सैलरी और अन्य सभी लाभ जुर्माना समेत वसूला जायेगा.

सहायक अभियंता सुरेश राम से पूछा गया कि आखिर उन्होंने इतने लंबे समय तक सरकार को चकमा कैसे दिया, तो उन्होंने बताया कि तीनों विभागों में वे फील्ड या सुदूर कार्यालयों में ही अपनी पोस्टिंग कराये रखी, जहां हाजिरी नहीं बनती है. उन्होंने सरकार को यह भी जानकारी दी है कि सप्ताह में एक दिन अलटरनेट करके या एक कार्यालय में सुबह, फिर दूसरे कार्यालय में फील्ड विजिट के नाम पर दोपहर को दूसरे कार्यालय में चले जाते थे.

इस तरह से ज्वाइन किया तीन विभागों में

सहायक अभियंता सुरेश राम पटना जिले के पुनपुन के भभौल गांव एवं पोस्ट डिहरी के रहने वाले हैं. सबसे पहले उन्होंने पथ निर्माण विभाग में जेइ के पद पर 1988 में ज्वाइन किया. इसी वर्ष कुछ समय बाद जल संसाधन विभाग के दो प्रमंडलीय कार्यालयों में भी इसी पद पर ज्वाइन कर लिया. इसमें सिंचाई अवर प्रमंडल, बेलहर और सिंचाई प्रमंडल बीजी खोड़वा शामिल हैं.

सहायक अभियंता पद पर 2018 में प्रोन्नति लेने के बाद उनका तबादला पथ निर्माण विभाग से भवन निर्माण विभाग में हो गया और वे पकड़े जाने तक विभाग के किशनगंज स्थित अवर प्रमंडलीय कार्यालय में तैनात था.

इधर, जल संसाधन विभाग में उसकी पोस्टिंग पूर्वी तटबंध अवर प्रमंडल, भीमनगर में भी कुछ समय तक कार्य किया. 30 साल की नौकरी के दौरान उन्हें दो बार एसीपी भी ली और ज्यादातर सुदूर कार्यालयों में ही पोस्टिंग कराये रखने की कोशिश में लगे रहे.

Posted by Ashish Jha

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