Patna News : 2563 स्कूलों ने अपार आइडी के लिए अब तक पोर्टल पर अप्लाइ भी नहीं किया
पटना जिले के 4927 सरकारी व निजी स्कूलों में से 2563 स्कूलों ने अब तक अपार आइडी के लिए पोर्टल पर अप्लाइ भी नहीं किया है. 10़15 लाख में से 65 हजार बच्चों के ही अपार आइडी बनाये गये हैं.
संवाददाता, पटना :जिले के सरकारी व निजी स्कूलों की ओर से अपार आइडी (ऑटोमेटिक परमानेंट एकाउंट रजिस्ट्री) बनाने को लेकर सुस्ती बरती जा रही है. जिले के 4927 सरकारी व निजी स्कूलों में से 2563 स्कूलों ने अब तक बच्चों के अपार आइडी बनाने का प्रयास तक नहीं किया है. इनमें 1120 निजी और 1343 सरकारी स्कूलों ने इसके लिए पोर्टल पर अप्लाइ भी नहीं किया है. सरकारी और निजी स्कूलों के कुल 10़15 लाख विद्यार्थियों के अपार आइडी बनने हैं. सात दिसंबर तक जिले के 65 हजार बच्चों के ही अपार आइडी बनाये गये हैं. स्कूलों को कक्षावार प्रत्येक विद्यार्थी का प्रोग्रेशन एंट्री अपडेट करना है. डीइओ कार्यालय की ओर से सभी सरकारी और निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के अपार आइडी बनाने के लिए 15 दिसंबर तक का लक्ष्य रखा गया है. स्कूलों की ओर से अपार आइडी बनाने की धीमी गति को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को नौ और 10 दिसंबर को आयोजित होने वाले मेगा अपार आइडी दिवस में अधिक-से-अधिक बच्चों के आइडी तैयार करने का निर्देश दिया है.
सबसे अधिक घोसवरी में 30.92 प्रतिशत बच्चों के बने आइडी
अपार आइडी (ऑटोमेटिक परमानेंट एकाउंट रजिस्ट्री) तैयार करने में जिले में अव्वल स्थान पर घोसवरी प्रखंड का है. घोसवरी में 30.92 प्रतिशत बच्चों के अपार आइडी तैयार किये गये हैं. जिले में सबसे कम पटना सदर में मात्र 3.20 प्रतिशत बच्चों के ही अब तक अपार आइडी बनाये गये हैं. इसके अलावा संपतचक में 6.78 प्रतिशत, फुलवारीशरीफ में 7.37 प्रतिशत, पालीगंज में 9.10 प्रतिशत बच्चों के ही अपार आइडी तैयार किये गये हैं.अपार आइडी से एकेडमिक डिटेल आसानी से मिल सकेगी
वन नेशन वन आइडी की तर्ज पर विद्यार्थियों के लिए अपार आइडी तैयार किये जा रहे हैं. केंद्र सरकार की ओर से स्कूली बच्चों के लिए अपार आइडी बनाना अनिवार्य कर दिया गया है. अपार आइडी में विद्यार्थियों को 12 अंकों का यूनिक नंबर दिया जायेगा. परमानेंट एजुकेशन नंबर (पीइएन) के तर्ज पर तैयार की जा रही अपार आइडी को आधार कार्ड से भी जोड़ा जायेगा. अपार आइडी की मदद से किसी भी विद्यार्थी की पूरी एकेडमिक डिटेल आसानी से प्राप्त की जा सकेगी. इससे विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति को ट्रैक किया जा सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
